जबलपुर। जबलपुर में नई नगर सरकार बन गई है। आज (रविवार 7 अगस्त ) को शपथ लेने के साथ ही शहरवासियों की निगाहें नए मेयर जगत बहादुर सिंह अन्नू पर टिक गई हैं कि किस तरह से वे शहर की समस्याओं को दूर करते हैं। शहर के प्रबुद्ध नागरिकों से जब इस संबंध में द सूत्र ने चर्चा की तो सभी ने समस्याएं बताने के साथ ही बेहतर सुझाव भी दिए। प्रबुद्ध नागरिकों ने यह भी बताया कि किस तरह से जनता पर टैक्स का बोझ डाले बिना नगर निगम अपनी आर्थिक हालत बेहतर कर सकता है। प्रबुद्ध नागरिकों का कहना है कि जबलपुर शहर बीमार है इसे फर्स्ट एड की जरूरत है।
जबलपुर के इन प्रबुद्ध नागरिकों ने उठाई द सूत्र पर शहर की आवाज
शहर बीमार है, फर्स्ट एड की जरूरत
जबलपुर चेंबर्स ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष प्रेम दुबे का कहना है कि शहर बीमार है। इसे अभी फर्स्ट एड की जरूरत है। नगर निगम को अपनी आय बढ़ाना होगी। इससे ही विकास कार्य सम्भव हो सकेंगे। जिस कार्य में कम पैसा लगना है उसे प्राथमिकता के अनुसार पहले करना होगा। शहर में नगर निगम को सोलर एनर्जी पैनल लगाकर बिजली उत्पादन करना चाहिए। इससे बिजली कम्पनी को बिजली बेचकर नगर निगम आय बढ़ा सकती है। इसके अलावा स्ट्रीट लाइट सौर ऊर्जा से चला सकती है। शहर की प्रमुख समस्या में सीवर लाइन, बदहाल सड़कें, स्मार्ट सिटी का वर्षों से चल रहा प्रोजेक्ट हैं।
पार्किंग में दुकानें
मध्य प्रदेश कांग्रेस परिवहन प्रकोष्ठ के अध्यक्ष नरिन्दर सिंग पांधे का कहना है कि शहर में पार्किंग नहीं है। पार्किंग में दुकानें बना ली गई हैं। सड़क पर पार्किंग से राहगीरों को परेशानी हो रही है। इसके अलावा सड़कें बदहाल हैं। गर्मी में लोगों को पीने का पानी नहीं मिलता। बारिश में सड़कों पर पानी भर जाता है।
नर्मदा में नाले मिलने से रोकें
फेडरेशन ऑफ मध्य प्रदेश चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के उपाध्यक्ष हिमांशु खरे का कहना है कि नर्मदा में नाले का पानी मिल रहा है इसे रोकना चाहिए। नर्मदा को प्रदूषण मुक्त करना चाहिए। यहां बड़े उद्योग नहीं आ रहे हैं इससे युवाओं का पलायन हो रहा है। इस ओर ध्यान देने की जरूरत है। नगर निगम का स्थापना व्यय बहुत अधिक है। इससे नगर निगम को अपनी आय बढाना होगी। आय बढ़ाने का मतलब यह नहीं है कि जनता पर टैक्स लगाया जाए। इसके लिए पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप से विकास किया जाए। नगर निगम बांड्स फ्लोट करे। जनता को बांड्स सेल करे। इससे पब्लिक से पैसा लेकर उसे रिटर्न करे। इससे आमदनी होगी। शहर की स्वच्छता, सड़कों की समस्या पर ध्यान देने की जरूरत है।
सड़कें सुधारें
महिला आयोग की पूर्व सदस्य डॉ सोनल अमीन का कहना है कि शहर की सड़कें चलने लायक नहीं हैं। इससे आवागमन में दिक्कत होती है। जबलपुर खुदा पड़ा है। इस पर ध्यान दिया जाए।सीवेज सिस्टम को ठीक करने की जरूरत है। नर्मदा प्रदूषित हो रही है, नर्मदा को प्रदूषण मुक्त करना चाहिए। एक सुझाव यह है कि प्लास्टिक पन्नी की जगह कपड़े के थैले लोगों को समान ले जाने पैसे में दिए जाएं। जब वह थैला वापस करें तो पैसा उन्हें लौटा दिया जाए। कोरोनाकाल में स्कूल से ड्रॉप आउट बच्चों व सड़कों पर घूम रहे बच्चों के लिए एक बस में स्कूल बनाया जाए। इसमें टीचर्स की भी व्यवस्था हो और मिड डे मील दिया जाए।
विकास कार्यों की लिस्ट बनाएं मेयर
पूर्व मेयर वर्ष (2004-2009) सुशीला सिंह का कहना है कि शहर में विकास को पहली प्राथमिकता के तौर पर नए मेयर को लेना चाहिए। विकास के जो कार्य करने हैं उसकी वे लिस्ट तैयार कर लें। अभी फ्लाई ओवर का कार्य चल रहा है, सीवर लाइन का कार्य चल रहा है, प्राथमिकता से अधूरे कार्यों को पूरा करना चाहिए। सड़कों की दुर्दशा है, इस पर ध्यान देना होगा। बीजेपी के 44 पार्षद हैं। इसलिए नए मेयर को समस्या आएगी। इन्हें सभी को साथ लेकर चलना होगा।
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शहर की समस्याएं और सुझाव
प्रबुद्धजनों से बातचीत से ये समस्याएं निकलीं और सुझाव मिले
जबलपुर की समस्याएं
1. शहर की सड़कें खुदी हुई हैं।
2. पार्किंग नहीं है। इससे यातायात अव्यवस्थित है।
3. सड़कों पर सब्जी के ठेले लग रहे हैं, सब्जी खरीदने वालों की भीड़ से यातायात व्यवस्था प्रभावित हो रही है।
4. नर्मदा में नालों का पानी आ रहा है। नर्मदा को प्रदूषण मुक्त करें।
5. बारिश में जलप्लावन की समस्या।
6. सीवेज सिस्टम खराब है।
7. पीने का पानी कई वार्डों में नहीं मिल रहा है।
8. स्मार्ट सिटी बेतरतीब तरीके से न बने, लोग बरसों से परेशान हो रहे हैं।
9. उद्योग की जरूरत।
10. सीवर लाइन का काम अधूरा।
सुझाव
1. नगर निगम का स्थापना व्यय अधिक है। इसलिए आय बढ़ाने की कोशिश करे, लेकिन वह जनता पर टैक्स से नहीं बल्कि अन्य तरीके से आय के स्त्रोत बढ़ाकर इसे किया जा सकता है। जैसे पब्लिक, प्राइवेट पार्टनरशिप के जरिए आय के स्त्रोत बढ़ सकते हैं। बॉन्ड फ्लोट करके आय के स्रोत बढ़ाए जा सकते हैं।
2. सोलर पैनल लगाकर सोलर एनर्जी से नगर निगम बिजली बनाए इससे स्ट्रीट लाइट जलाए और इसे विद्युत वितरण कंपनी को बेचे, जिससे आय भी होगी।
3. रोजगार मूलक छोटे छोटे उद्योग शुरू करें। स्थानीय व्यवसाय को बढ़ावा दें,
जिससे रोजगार बढ़ेगा। बड़े उद्योग को शहर में लाने माहौल बनाएं, जिससे युवाओं का पलायन रुकेगा।
4. नए मेयर जनहित के कार्यों की प्राथमिकता के अनुसार लिस्ट बना लें।