भोपाल. बंगाल की खाड़ी (Bay of Bengal) में कम दबाव का क्षेत्र विकसित होने के चलते मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के कुछ स्थानों पर हल्की वर्षा की संभावना है। भोपाल मौसम विज्ञान केंद्र (Bhopal Meteorological Center) के वरिष्ठ वैज्ञानिक पीके साहा (Scientist PK Saha) ने बताया कि बंगाल की खाड़ी में एक दिसंबर को कम दबाव का क्षेत्र विकसित होने की संभावना है। इसके असर से राज्य में कई स्थानों पर वर्षा हो सकती है। इसके बाद अरब सागर में भी कम दबाव का क्षेत्र विकसित होने के आसार है।
प्रदेश में आएगी नमी
उन्होंने बताया कि अगले चौबीस घंटे के दौरान प्रदेश के खरगौन (Khargone), बड़वानी (Barwani), अलीराजपुर (Alirajpur) एवं धार (Dhar) जिले में हल्की बारिश होने की संभावना है। इसके अलावा अन्य स्थानों पर भी हल्की वर्षा हो सकती है। उन्होंने बताया कि इन दोनों प्रकार के सिस्टम बनने से प्रदेश में नमी आयेगी। उन्होंने कहा कि फिलहाल तापमान में ज्यादा उतार-चढ़ाव नहीं होगा। उन्होंने बताया कि दूसरे स्थानों की अपेक्षा ग्वालियर व चंबल अंचल में ठंड का असर कुछ ज्यादा महसूस किया जा सकता है।
7 दिसंबर के बाद शीतलहर के आसार
उन्होंने बताया कि प्रदेश में अभी कहीं भी शीत लहर नहीं चल रही है। अभी ऐसी स्थिति 7 दिसंबर के बाद ही संभव है। उन्होंने बताया कि राज्य में अधिकांश स्थानों पर हल्के बादल छाये रहे। राजधानी भोपाल में मंगलवार शाम के पहर आसमान में हल्के बादल छाये रहे। यहां अगले चौबीस घंटों के दौरान आंशिक मेघमय बना रह सकता है।
पांच वेदर सिस्टम हो रहे सक्रिय
अफानिस्तान और पाकिस्तान के बीच बने पश्चिमी विक्षोभ के मंगलवार को उत्तर भारत में पहुंचने की संभावना है। श्रीलंका पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। इस सिस्टम से पूर्व-मध्य अरब सागर तक एक ट्रफ बना हुआ है। पूर्व-मध्य अरब सागर में बुधवार को एक कम दबाव का क्षेत्र बनने जा रहा है। उधर बंगाल की खाड़ी में भी कम दबाव का क्षेत्र बनने जा रहा है। इन वेदर सिस्टम के सक्रिय होने से मंगलवार से मध्यप्रदेश में मौसम के मिजाज में परिवर्तन आने की संभावना है। मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिेष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि वातावरण में हवाओं के साथ नमी आने से मंगलवार से प्रदेश के कुछ स्थानों पर बादल आ सकते हैं। बुधवार से इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, चंबल संभागों के जिलों में कहीं-कहीं बारिश भी हो सकती है। राजधानी में भी गरज-चमक के साथ बूंदाबांदी होने के आसार हैं।