UJJAIN. उज्जैन महाकाल मंदिर परिसर में उस समय हड़कंप मच गया जब यहां वेल्डिंग कार्य के दौरान आग लग गई। हालांकि आगजनी में किसी भी तरह का जाल माल का नुकसान नहीं हुआ है। समय रहते आग पर काबू पा लिया गया अन्यथा बड़ी घटना से इंकार नहीं किया जा सकता था। जानकारी के अनुसार (Ujjain Mahakal Temple Complex) में नागचंद्रेश्वर मंदिर (Nagchandreshwar Temple) तक जाने के लिए बनाई जा रही पुलिया के निर्माण के लिए वेल्डिंग का काम चल रहा था। इस दौरान वेल्डिंग की चिंगारी (the spark) से आग लगी। आग लगने से वहीं भस्म दर्शन करने पहुंचे श्रद्धालुओं में अफरा-तफरी मच गई। हालांकि किसी भी तरह की कोई जनहानि नहीं हुई है।
ठेकेदार की लापरवाही से लगी आग
महाकाल मंदिर परिसर में नागचंद्रेश्वर मंदिर तक जाने के लिए पुलिया के निर्माण के लिए वेल्डिंग का काम चल रहा था। इस दौरान घरेलू गैस की टंकी से गैस वेल्डिंग का इस्तेमाल करने पर ठेकेदार ने लापरवाही दिखाई। इस वजह से बड़ा हादसा हो गया। आग लगने की वजह से वहां रखे आईल और पेंटिंग के डब्बे (painting boxes) और टंकी में आग लग गई।
साल में एक बार ही खोले जाते हैं नागचंद्रेश्वर के द्वार
नागचंद्रेश्वर के दर्शन नाग पंचमी के दिन ही होते हैं। साल में एक ही बार भगवान नागचंद्रेश्वर के द्वार खोले जाते है। इस दिन हजारों श्रद्धांलु नागचंद्रेश्वर महाराज के दर्शन करने उज्जैन पहुंचते हैं। नागचंद्रेश्वर का मंदिर महाकाल मंदिर के शिखर पर विराजमान है। नाग पंचमी के त्यौहार की तैयारी महाकाल मंदिर में हो रही थी। नागचंद्रेश्वर दर्शन के लिए लोहे की सीडी बनाई जा रही है, जिसकी वेल्डिंग से चिंगारी उड़कर आग लग गई। वहीं भस्म दर्शन करने पहुंचे श्रद्धालुओं में अफरा-तफरी मच गई। हालांकि आग पर काबू पा लिया गया। सूत्रों के मुताबिक महाकाल मंदिर के कर्मचारियों को ये तक नहीं पता था कि वहां पर आग बुझाने के लिए फायर इस्टिंगुशर कितने हैं और कहा लगे हैं।