Bhopal। बीजेपी इस दम के साथ नजर आ रही है कि चित भी मेरी पट भी मेरी और कांग्रेस के लिए स्थिति आगे कुआं पीछे खाई जैसी है। अगर कांग्रेस बिरला पर सख्त कार्रवाई करते हुए बिरला को निष्कासित करती है तो बिना उपचुनाव के बिरला आसानी से बीजेपी विधायक बन जाएंगे। और अगर नहीं करती है तो चाहें या न चाहें बिरला को कांग्रेस विधायक गिनने से मना नहीं कर सकती। दिलचस्प ये है कि सरकार की इस मनमानी पर कांग्रेस अदालत की शरण में जाने पर विचार भी नहीं कर रही। क्या कांग्रेस भी बस चुनाव आने ही वाले हैं मान कर शांत है या फिर कांग्रेस खुद इस मामले में मगजमारी से बचने की जुगाड़ में है।