श्याम मोहन डंडोतिया ,MORENA. मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह अमूमन अपनी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में अधिकारियों को निर्देश देते रहते है कि वे माफिया राज पर जीरो टॉलरेंस चाहते हैं। जुआ ,सट्टा और नशे के कारोबारियों पर कड़ी कार्यवाही करें और न करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जायेगी लेकिन मुरैना जिले में इसका उलटा असर दिख रहा है। मुरैना में पुलिस खुद के संरक्षण में कैसीनो की तर्ज पर खुलेआम मेले में जुआ चलवा रही है और जब जनता इसका विरोध करने पहुंची तो उलटे नागरिकों को ही पकड़कर हवालात में डाल दिया। अब इस पुलिस कार्यवाही के खिलाफ नागरिकों ने तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा है।
मेले में चल रहा है कैसीनो
इस समय जिले के पोरसा कस्बे में भव्य मेले का आयोजन चल रहा है। इस मेले में बड़ी संख्या में पुरुषों के साथ माहिलाएं और बच्चे भी रोज जाते हैं। इसमें एक कैसीनो खोला गया है जिसमें खुले आम जुआ खेला जा रहा है। जुआ खेलने के लिए वहां अपराधियों का जमघट होने लगा है और इससे महिलाओं ने जब इनकी हरकतों की शिकायत अपने परिजनों को बताई तो उन्होंने इकट्ठे होकर इसका विरोध किया और पुलिस से इस कैसीनो को बंद कराने का आग्रह किया। लेकिन पुलिस ने कैसीनो तो बंद नहीं कराया बल्कि उलटे विरोध करने गए नागरिकों को ही हवालात में डाल दिया। इससे छूटने के बाद ये लोग तहसीलदार के पास पहुंचे और मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।
मुख्यमंत्री को भेजा ज्ञापन
मुख्यमंत्री के नाम संबोधित करते हुए इस ज्ञापन में नागरिकों ने लिखा है - पोरसा में स्थित नागाजी धाम मेले में हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी हो रहा है। इस मेले में आसपास के हजारों सैलानी पहुँचते हैं। यह बड़ा धार्मिक मेला है और इसका आयोजन नागाजी महाराज के नाम पर होता है। लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि महान आध्यात्मिक व्यक्तित्व नागाजी के नाम पर चल रहे इस मेले में केसिनो लगाए गए हैं जिनमें खुलेआम जुआ घर चल रहे हैं। इन केसिनो को पुलिस का पूरा संरक्षण है। इससे पोरसा वासियों को खासी दिक्कत है। महिलाओं और बच्चियों का मेला में जाना चिंताजनक हो जाता है क्योंकि जुआघरों पर संदिग्ध चरित्र के लोग और अपराधी इकट्ठे होते हैं।
शिकायत की तो उलटे उन्हें ही पकड़ लिया
ज्ञापन में कहा गया है कि जब स्थानीय नागरिकों ने इस पर आपत्ति जताई और विरोध किया तो थाना प्रभारी ने जुआघरों को बंद कराने की जगह अपने चहेते वसूली करने वाले पुलिस वालों के जरिये विरोध करने वालों को ही बेइज्जत किया और मारपीट कर थाने में बंद कर दिया। झूठे केस में फंसाने की धमकी भी दी। अब नागरिकों ने अल्टीमेटम दिया है कि जमीदार पुलिस वालों को तत्काल हटाकर मेले से जुआघर बंद नहीं कराये जाते तो पांच दिन बाद बड़ा जन आंदोलन शुरू किया जाएगा।