व्यापमं घोटाले के व्हिसल ब्लोअर आनंद राय का अता-पता नहीं, चुप्पी पर उठ रहे सवाल

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Rahul Garhwal
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व्यापमं घोटाले के व्हिसल ब्लोअर आनंद राय का अता-पता नहीं, चुप्पी पर उठ रहे सवाल

विजय मांडगे, Bhopal. व्यापमं घोटाले को उजागर करने वाले और मध्यप्रदेश शिक्षक पात्रता भर्ती परीक्षा की सीबीआई जांच की मांग करने वाले व्हिसल ब्लोअर आनंद राय है कहां हैं, आनंद राय चुप है और उनकी ये चुप्पी कई सारे सवाल खड़े कर रही है। क्या आनंद राय अब सरकार के खिलाफ आवाज नहीं उठाएंगे या फिर आनंद राय सरकार के दबाव में आ चुके हैं। बहुत सारे सवाल हैं लेकिन आनंद राय का फोन स्विच ऑफ है और न ही वो सोशल मीडिया पर सक्रिय हैं।



7 अप्रैल को किया था आखिरी ट्वीट



सोशल मीडिया पर सक्रिय रहने वाले व्हिसल ब्लोअर आनंद राय ने ट्विटर पर 7 अप्रैल को आखिरी ट्वीट किया था जिसमें उन्होंने अपनी गिरफ्तारी की जानकारी दी थी। उसके बाद से ही आनंद राय ने कोई ट्वीट नहीं किया। बल्कि यूं कहे कि अप्रैल के महीने में आनंद राय ने केवल दो ट्वीट किए। जबकि मार्च के महीने में देखा जाए तो आनंद राय लगभग रोजाना ही किसी न किसी मुद्दे पर ट्वीट कर रहे थे। 25 मार्च को एमपी टेट एग्जाम के पेपर के स्क्रीन शॉट सोशल मीडिया पर लीक होने के बाद जब आनंद राय ने इन्हें शेयर किया और जब उनके खिलाफ सीएम के ओएसडी लक्ष्मण सिंह मरकाम ने एफआईआर दर्ज करवाई तो 27 मार्च को आनंद राय ने ट्वीट कर लिखा कि वो ऐसी झूठी FIR से डरेंगे नहीं। लेकिन इसके बाद आनंद राय ट्विटर पर सक्रिय नहीं रहे।



फेसबुक से भी गायब हुए आनंद



7 अप्रैल को फेसबुक पेज पर आनंद राय ने अपनी गिरफ्तारी की जानकारी दी थी, उसके बाद से कोई पोस्ट नहीं किया। उनके किसी फ्रैंड ने 14 अप्रैल को एक पोस्ट शेयर करते हुए लिखा भी कि आनंद राय फेसबुक पेज पर एक्टिव नहीं हैं।



बचाव के रास्ते तलाश रहे थे आनंद



दरअसल 27 मार्च को एफआईआर दर्ज होने के बाद आनंद राय अपने बचाव के रास्ते तलाश रहे थे। आनंद ने हाईकोर्ट का रुख किया था और 1 अप्रैल को हाईकोर्ट ने आनंद राय के खिलाफ किसी तरह की कार्रवाई न करने के आदेश दिए थे। इसी ऑर्डर की कॉपी को लेकर आनंद राय 2 अप्रैल को भोपाल स्थित क्राइम ब्रांच के दफ्तर पहुंचे थे। उसके बाद इस मामले की अगली सुनवाई 4 अप्रैल को होनी थी। जब हाईकोर्ट में सुनवाई हुई तो कोर्ट ने झटका देते हुए उनकी याचिका को निरस्त कर दिया और अपने अंतरिम आदेश पर भी रोक लगा दी। इसके बाद क्राइम ब्रांच ने 7 अप्रैल को गिरफ्तार किया। 8 अप्रैल को आनंद राय को कोर्ट के सामने पेश किया गया। उस दौरान आनंद राय ने कहा था कि वो लड़ाई लड़ते रहेंगे।



आनंद राय को 9 अप्रैल को मिली थी जमानत



9 अप्रैल को जमानत मिलने के बाद आनंद राय सोशल मीडिया पर एक्टिव नहीं है और जिस फोन नंबर पर आनंद राय से अक्सर बातचीत होती थी वो नंबर भी स्विच ऑफ है। आनंद राय के इस तरह से चुप होने के बाद कई सारे सवाल खड़े हो रहे हैं। क्या वो सरकार की कार्रवाई के बाद दबाव में आ चुके हैं। या फिर आनंद राय अब कुछ बोलेंगे नहीं, या आनंद राय नए सिरे से रणनीति बना रहे हैं। ये सारे कयास ही हैं क्योंकि आनंद राय का अगला कदम क्या होगा, ये जानने के लिए आनंद राय से बात होना जरूरी है जो नहीं हो पा रही है।


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