आयुर्वेद मेडिकल परीक्षा की बुकलेट में नंबरों पर लगा मिला व्हाइटनर, पीएससी की 10 परीक्षाओं के रिजल्ट पहले से ही रुके, होगी जांच

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Vivek Sharma
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आयुर्वेद मेडिकल परीक्षा की बुकलेट में नंबरों पर लगा मिला व्हाइटनर, पीएससी की 10 परीक्षाओं के रिजल्ट पहले से ही रुके, होगी जांच

संजय गुप्ता. INDORE. चार सालों से मप्र लोक सेवा आयोग (एमपीएससी) कोई परीक्षा करा रहा है तो उसके रिजल्ट नहीं दे रहा, या फिर परीक्षा ही नहीं करा पा रहा है और अब नया विवाद परीक्षा होने को लेकर ही आ गया है। रविवार को पीएससी ने आयुर्वेद मेडिकल ऑफिसर के 692 पदों की भर्ती परीक्षा की लेकिन अब आयोग को शिकायत मिली है कि परीक्षा बुकलेट में प्रश्न पत्र के नंबरों पर व्हाइटनर लगा मिला है। ऐसा ग्वालियर, जबलपुर, भोपाल और इंदौर में हुआ है। परीक्षा में धांधली की शिकायत अभ्यर्थियों ने राज्य शासन और एमपी पीएससी में की है। ये शंका जताई गई है कि प्रश्न पत्र लीक करने के इरादे से व्हाइटनर लगाया गया है।



मेचटर



4300 छात्रों का भविष्य अटका



एमपीपीएससी ने आयुष विभाग में पदों की भर्ती के प्रदेश के चार शहरों में परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। इसमें 692 पदों के लिए करीब 4300 अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी है। प्रश्न पत्र के चार सेट थे। आयुर्वेद अभ्यर्थियों ने लिखित में शिकायत की है कि परीक्षा के दौरान बुकलेट (प्रश्न-पत्र) में पहले से व्हाइटनर लगा था। ऐसा लग रहा है कि प्रश्न-पत्र लीक हुआ है। ये बुकलेट नंबर जानबूझकर बदले गए है।



इन शहरों की इतनी बुकलेट में मिली गड़बड़ी



ग्वालियर के केआरजी गर्ल्स कॉलेज, जबलपुर के एमएलबी स्कूल और भोपाल के बरखेड़ा स्थित महात्मा गांधी स्कूल में लगभग 20 बुकलेट में व्हाइटनर लगा निकला है। इंदौर में 10 बुकलेट में ऐसा होना बताया गया है। अभ्यर्थियों का यह भी आरोप है कि कई परीक्षा सेंटर में सीसीटीवी कैमरे नहीं थे। प्रदेश में 9 साल के बाद परीक्षा हुई है। इस तरह की गड़बड़ी की जांच होना चाहिए।



पीएससी का यह है कहना



पीएससी के प्रवक्ता डॉ. रविंद्र पंचभाई का कहना है कि अभ्यर्थियों की यह शिकायत आई है, लेकिन इसमें प्रश्नतपत्र लीक जैसी कोई बात नहीं है, व्हाइटनर लगा मिला है तो हम पता कर रहे हैं और जांच भी कर रहे हैं कि यह कैसे हुआ।



तीन हजार पद से ज्यादा अटके हुए हैं



आरक्षण विवाद के चलते पहले से ही राज्य सेवा परीक्षा, राज्य वन सेवा, राज्य इंजीनियरंग सेवा, मेडिकल विभाग की भर्तियां अटकी हुई है। पीएससी के प्रवक्ता पंचभाई का कहना है कि दो-तीन हजार पद होंगे जो अभी रिजल्ट नहीं आने के कारण रुके हुए हैं, जैसे ही राज्य शासन से दिशा निर्देश आएंगे हम इस प्रक्रिया में आगे बढेंगे।



इधर बेरोजगार युवाओं का धरना प्रदर्शन जारी



वहीं बेरोजगार युवाओं का नेशनल एजुकेटेड यूथ यूनियन (एनईवाययू) के बैनर तले धरना-प्रदर्शन सातवें दिन भी जारी है। अब आंदोलन स्थल पर क्रमिक भूख हड़ताल भी शुरू हो गई है। पांच अभ्यर्थियों ने पहले दिन भूख हड़ताल की है। इनकी मांग है कि भर्ती पूरी की जाएं, ओबीसी मुद्दा हल किया जाए, रिटायरमेंट उम्र 58 साल हो, शिक्षक वर्ग की भर्ती हो, पांच हजार रुपए प्रति माह बेरोजगारी भत्ता मिले, संविदा भर्ती और आउटसोर्सिंग बंद की जाए। साथ ही मप्र रोजगार कानून बनाया जाए ताकि सभी को रोजगार मिले।


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