NEEMUCH. नगर पालिका चुनावों के रिजल्ट बीजेपी के पक्ष में आने के बाद नीमच नगर सरकार का मुखिया कौन होगा, और किसके सिर अध्यक्ष का ताज सजेगा, ये बात इन दिनों काफी चर्चा का विषय बनी हुई है। हां, ये जरूर है कि चेहरे जरूर सामने हैं, लेकिन इन चेहरों में वो कौनसा चेहरा है। जिसे बीजेपी की ओर से अध्यक्ष के लिए चुना जाता है। लेकिन क्या संगठन में अपने ही पार्षदों के टूटने का डर है या फिर कोई अलग ही एजेंडे पर काम यहां चल रहा है, ये एक बड़ा सवाल सामने आया है।
आनन-फानन में बीजेपी ने ली पार्षदों की बैठक
ये बात हम यूं ही नहीं कह रहे हैं बल्कि ये बात चर्चाओं में सामने आई है कि जीते हुए बीजेपी पार्षदों को एक साथ बुलाकर संगठन की ओर से एक बैठक एक दिन पहले ही हुई, जिसमें नवनिर्वाचित पार्षदों को ये पाठ पढ़ाया गया कि हमें किसी के बहकावे में नहीं आना है और ना ही हमें यहां से कहीं जाना है। मोबाईल भी बंद किसी के नहीं हों। ये ही नहीं बल्कि बात तो यहां तक चर्चाओं में है कि पार्टी ही सभी पार्षदों को कहीं भेज सकती है।
संगठन के नेताओं को किस बात का डर
ऐसे में ये एक बड़ा सवाल तो है ही कि संगठन के नेताओं को ऐसा क्या डर है जो वे नए पार्षदों को कहीं जाने-आने से रोकने के साथ ही मोबाइल बंद न करने की हिदायत दे रहे हैं। क्या कोई डर नेताओं को है कि कहीं उनके पार्षदों में टूटफूट कोई ना कर ले। क्योंकि इस बार ज्यादा भाजपाई पार्षद जीतकर आए नहीं हैं। ऐसे में अगर 4 पार्षद यहां वहां हुए तो बीजेपी का अध्यक्ष बन नहीं पाएगा।
उठ रहे हैं कई सवाल
जब संगठन स्तर पर नवनिर्वाचित पार्षदों को ऐसी हिदायतें दी जा रही हों तो और भी कई सवाल सामने आते हैं। क्या कोई गुप्त एजेंडे पर तो कहीं काम नहीं हो रहा है। जिसकी भनक संगठन स्तर तक पहुंची हो और फिर एकाएक अगले ही दिन सभी पार्षदों की क्लास ले ली गई। क्या कोई कांग्रेस की ओर से अध्यक्ष बनाने की कोशिशें करने लगा है या फिर बीजेपी में ही कोई लॉबिंग शुरू हो गई है। जिसके चलते बीजेपी नेताओं को डर सता रहा हो कि कहीं वे जैसा सोच रहे हैं वैसा नहीं हो पाएगा।
ऊपर से ही तय होगा अध्यक्ष का नाम
वैसे हमें जो जानकारी मिली है उससे पता चला है कि स्थानीय स्तर पर अब अध्यक्ष को लेकर ज्यादा कुछ होना नहीं है। ये मामला ऊपर से ही तय होना है। नाम 6 सामने दिखाई पड़ते हैं, जिसमे सबसे पहला नाम वन्दना खंडेलवाल, दूसरा रंजना करण परमाल का है, तो तीसरा किरण शर्मा का नाम दिखाई पड़ता है, जबकि चौथे नंबर पर अब स्वाति गौरव चौपड़ा का नाम आता है। जबकि इसी दौड़ में कुसुम अशोक जोशी और छाया जायसवाल भी हैं। अब इन्हीं में से किसी एक को नगर पालिका अध्यक्ष की कुर्सी मिलने वाली है, लेकिन उससे पहले जो कुछ बीजेपी में घट रहा है, वो ये साफ बताता है कि, संगठन के नेतृत्वकर्ताओं को कोई तो डर सता रहा है। जिसके चलते अभी से अपने ही पार्षदों को साधने की कोशिश हो रही है।