Jabalpur. त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों के तहत सभी परिणाम सामने आ चुके हैं। बात यदि जबलपुर जिला पंचायत की हो तो इस बार यहां कांग्रेस ने बाजी मारते हुए 8 सदस्यों को विजयी बनाने में सफलता हासिल की है वहीं बीजेपी के हिस्से में 6 सदस्य ही आ सके। वहीं बाकी के 3 स्वतंत्र सदस्यों को जहां कांग्रेस अपना बता रही है तो बीजेपी भी सियासी उलटफेर की कोशिशों में लगी हुई है।
कांग्रेस से 3 दावेदार
यदि सब कुछ ठीकठाक रहा तो जिला पंचायत अध्यक्ष के पद पर कांग्रेस समर्थित सदस्य का बैठना तय माना जा रहा है। इस पद के लिए जहां बरगी क्षेत्र से जीतकर आए दो सदस्यों के लिए जहां विधायक संजय यादव ऐड़ी चोटी का जोर लगा रहे हैं तो वहीं दोनों पूर्व मंत्री भी जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए अपने-अपने सदस्यों की पैरवी कर रहे हैं
सबसे ज्यादा पढ़ी लिखी हैं एकता, पर झोली खाली
नवनिर्वाचित जिला पंचायत सदस्यों में एकता ठाकुर ही सबसे ज्यादा सुशिक्षित हैं। हलफनामे के अनुसार एकता एमएससी तक पढ़ी हैं। वहीं संपत्ति के कॉलम पर नजर डाली जाए तो एकता ने अपनी संपत्ति मात्र 22 हजार रुपए बताई है। जबकि आशा गोंटिया ने संपत्ति का कॉलम निरंक छोड़ा है इस लिहाज से एकता की संपत्ति ही सबसे कम है।
सेंधमारी की तैयारी में है बीजेपी
वैसे तो पूर्व विधानसभा अध्यक्ष ईश्वरदास रोहाणी के बाद बीजेपी में उतना बड़ा चाणक्य नजर नहीं आ रहा जो इस सियासी मंझधार से बीजेपी की नैया और जिला पंचायत अध्यक्ष का पद चुराकर ले आए। बीजेपी में जो घाघ मौजूद हैं वो उपेक्षा का दंश झेल रहे हैं। फिर भी आलाकमान के प्रेशर में सेंधमारी की भरपूर कोशिशें चल रही हैं। स्वतंत्र सदस्यों ही नहीं कांग्रेस समर्थित सदस्यों की हॉर्स ट्रेडिंग पर पूरा जोर लगाया जा रहा है।