भोपाल. मध्यप्रदेश में गर्मी भीषण कहर बरपा रही है। कई जिलों में तापमान 40 डिग्री को छू रहा है। लोगों का गर्मी से बुरा हाल है। ऐसी गर्मी में अगर आपसे काला कोट पहनने को कहा जाए, तो आप फौरन इनकार कर देंगे। लेकिन वकीलों का तो पेशा ही ऐसा है कि उन्हें काला कोट पहनना ही पड़ता है। इस गर्मी में काला कोट पहनने से वकीलों को कितनी परेशानी होती है, ये तो वे ही जानते हैं। लेकिन मध्यप्रदेश के वकीलों के लिए एक राहत भरी खबर है, क्योंकि अब उन्हें काला कोट नहीं पहनना पड़ेगा।
गर्मी में वकीलों को कोर्ट में काला कोट पहनकर न आने की छूट
मप्र राज्य अधिवक्ता परिषद ने अप्रैल से जुलाई तक कोट न पहनकर आने से राहत दी
हाईकोर्ट छोड़कर सभी कोर्ट के वकीलों को राहत#MadhyaPradesh #BarCouncil #BREAKING @barcouncilindia
— TheSootr (@TheSootr) April 8, 2022
मध्यप्रदेश के वकीलों को काले कोट से छूट
भयंकर गर्मी को देखते हुए मध्यप्रदेश राज्य अधिवक्ता परिषद ने वकीलों को काले कोट से राहत दी है। अप्रैल से जुलाई तक वकीलों के लिए काला कोट पहनना अनिवार्य नहीं है। अधिवक्ता परिषद के फैसले से वकीलों को गर्मी में काला कोट नहीं पहनना पड़ेगा। कोट सामान्य कपड़ों की तुलना में मोटा होता है और काला रंग धूप और गर्मी को ज्यादा सोखता है। इसलिए वकीलों को भारी गर्मी का सामना करना पड़ता है। हालांकि हाईकोर्ट के वकीलों को काला कोट पहनना अनिवार्य है।
काले कोट की जगह क्या पहनेंगे वकील
मध्यप्रदेश राज्य अधिवक्ता परिषद के आदेश के मुताबिक वकील काले कोट की जगह सिर्फ सफेद शर्ट पहनेंगे और स्कॉलर बैंड लगाएंगे। वकील काला, सफेद, धारी वाला और ग्रे पेंट पहन सकते हैं। गर्मी में पारा लगातार बढ़ता ही जा रहा है। ऐसे में वकीलों को मोटा और काला कोट पहनने से छूट देना वाकई ठंडक भरा फैसला है।