इंद्रपाल सिंह, NARMDAPURAM. नर्मदापुरम के सिवनी मालवा में सीएम शिवराज की चुनावी सभा में पूर्व केंद्रीय मंत्री सरताज सिंह को पुलिस ने मंच पर जाने से रोक दिया। मंच पर बैठने वाले गेस्ट की लिस्ट में सरताज सिंह का नाम नहीं था। पुलिस और सरताज सिंह के बीच में करीब 15 मिनट तक बहस चली। इसके बाद सिवनी मालवा के पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष राजेंद्र जैन ने मंच पर जाकर पूरा मामला बताया। इसके बाद SDOP सौम्या अग्रवाल के पास किसी अधिकारी का फोन आया तब सरताज सिंह को मंच पर आने दिया गया।
#Narmadapuram:सिवनी मालवा में मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान की सभा में पुलिस ने पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता सरताज सिंह को मंच पर जाने से रोका। @ChouhanShivraj @OfficeOfKNath @SartajShri @BJP4MP @INCMP @anandpandey72 @harishdivekar1 #bjp #congress #Seoni_Malwa pic.twitter.com/SMim75pZoD
— TheSootr (@TheSootr) July 8, 2022
गेस्ट लिस्ट में नाम नहीं होने की वजह से पुलिस ने रोका
पूर्व केंद्रीय मंत्री सरताज सिंह ने पुलिस के जवानों को अपना परिचय दिया उसके बाद भी उनको रोका गया। इस बारे में सरताज सिंह ने मीडिया को बताया कि गेस्ट की लिस्ट में उनका नाम नहीं होने की वजह से उन्हें रोका गया। ऐसा होता है।
राजनीतिक गलियारों में चर्चा
सिवनी मालवा में सीएम की सभा में पूर्व केंद्रीय मंत्री सरताज सिंह को रोकने की चर्चा जोरों पर है। हर कोई दबी जुबान में ये कह रहा है कि सरताज सिंह पूर्व मंत्री हैं और उनके साथ जो घटना हुई है वो बहुत शर्म की बात है, एक पूर्व मंत्री के साथ पुलिस का ये व्यवहार ठीक नही है। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने वीडियो ट्वीट करके बीजेपी पर तंज कसा। उन्होंने लिखा कि बीजेपी में वरिष्ठों का इसी तरह से सम्मान किया जाता है।
सिवनी मालवा में मुख्यमंत्री की सभा के मंच पर पूर्व मंत्री व भाजपा के वरिष्ठ नेता सरताज सिंह को जाने से रोक दिया गया…
भाजपा में वरिष्ठो का इसी तरह से सम्मान किया जाता है… pic.twitter.com/avl1cI85Kj
— Narendra Saluja (@NarendraSaluja) July 8, 2022
कांग्रेस में क्यों चले गए थे सरताज सिंह ?
2018 में मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में अपनी परंपरागत सीट सिवनी मालवा से टिकट नहीं मिलने पर सरताज सिंह नाराज हो गए थे। वे बीजेपी छोड़कर कांग्रेस में चले गए थे। बीजेपी ने सरताज सिंह का टिकट उम्र ज्यादा बताकर काटा था। कांग्रेस ने उन्हें पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सीताशरण शर्मा के खिलाफ चुनाव में उतारा था। सरताज सिंह वो चुनाव हार गए थे।
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कराई थी बीजेपी में वापसी
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बीजेपी ज्वॉइन करके कमलनाथ सरकार को सत्ता से बाहर कर दिया था। सीएम शिवराज एक बार फिर मध्यप्रदेश के सीएम की कुर्सी पर काबिज हो गए थे। उस वक्त सरताज सिंह ने ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीजेपी में जाने के फैसले को सही ठहराया था। सिंधिया के भोपाल प्रवास पर सरताज सिंह ने उनसे सीएम हाउस में मुलाकात की थी। इसके बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ही सरताज सिंह की बीजेपी में वापसी कराई थी। 15 दिसंबर 2020 को सरताज सिंह कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में लौट आए थे।