भोपाल. कर्नाटक के बाद मध्यप्रदेश में भी हिजाब पर बवाल थम नहीं रहा है। राजधानी भोपाल के एक कॉलेज में महिलाओं ने बुर्के और हिजाब में किक्रेट और फुटबॉल (Match in hijab) मैच खेला। महिलाएं इस दौरान खेल का लुफ्त उठा रही है। बाकायदा इस मैच को बड़े कैमरे से रिकॉर्ड किया गया। कैमरा मैन ने अलग-अलग एंगल से खेलते हुए महिलाओं के शॉट निकाले। ये वीडियो भोपाल से कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद (Arif masood) के इंदिरा प्रियदर्शिनी कॉलेज का है।
#भोपाल कांग्रेस विधायक @arifmasoodbpl के इंदिरा प्रियदर्शनी कॉलेज में मुस्लिम छात्राओं ने बुर्के और हिजाब में खेला फुटबॉल मैच। @BJP4MP @INCMP @ChouhanShivraj @RSSorg #Hizab #Bhopal pic.twitter.com/u4CmeVHvgs
— TheSootr (@TheSootr) February 9, 2022
चिल्लाओ-चिल्लाओ: जब कोई इस वीडियो को रिकॉर्ड कर रहा था। तब रिकॉर्ड करने वाला व्यक्ति महिलाओं से बोलता है कि जरा चिल्लाओ तो। इसी बीच पहले वाले व्यक्ति को टोकते हुए दूसरे व्यक्ति की आवाज आती है, अरे यार रिकॉर्डिंग हो रही। वहीं, किक्रेट मैच की कमेंट्री भी की गई। इस दौरान कर्नाटक में चल रहे हिजाब विवाद (Hijab Controversy) के बारे में भी बताया गया। लड़कियों ने बताया कि हिजाब और नकाब में हम कंफर्टेबल हैं। हिजाब हमारा राइट है, आइडेंटिटी है। लोगों को इससे क्यों दिक्कत हो रही है?
स्कूल शिक्षा मंत्री के बयान से छिड़ा था विवाद: इंदरसिंह परमार ने 8 फरवरी को कहा था कि हिजाब यूनिफॉर्म कोड का हिस्सा नहीं है। फिर भी कोई हिजाब पहनकर स्कूल में आता है, तो हिजाब पहनने पर रोक लगेगी। जब मामला बड़ा तो परमार खुद अपने बयान से पलट गए। उन्होंने बयान का खंडन करते हुए कहा कि मेरा बयान स्कूलों में समानता और अनुशासन और स्कूल की पहचान के विषय में था। इसलिए मैंने स्कूलों में यूनिफॉर्म कोड लागू करने का बोला था। लेकिन कुछ लोगों ने इसका गलत अर्थ निकाला और इसे तोड़ मरोड़कर अलग संदर्भ में पूरे देश के सामने पेश किया गया। मैं इसका खंडना करता हूं।
परमार पर मसूद का काउंटर: एक दिन पहले कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने स्कूल शिक्षा मंत्री के बयान पर पलटवार करते हुए कहा था कि बच्चियां कवर्ड अच्छी लगती है। मैं अपनी बच्ची को अच्छे कपड़े पहनाना चाहता हूं। लेकिन उसके साथ ये भी ख्याल रखा जाए कि उनका जिस्म नहीं दिखे। मैं अपनी बेटी के लिए जैसा सोचता हूं। मुझे उम्मीद है कि इंदरसिंह परमार को भी दूसरों की बेटियों के बारे में सोचना चाहिए। उन्होंने कहा कि 70 साल में आज तक हिजाब से दिक्कत नहीं हुई फिर आज क्यों हिजाब को लेकर विवाद हो रहा है। देश संविधान के हिसाब से चलेगा।