भोपाल. आज यानी 29 जुलाई को वर्ल्ड टाइगर डे है। मध्यप्रदेश को टाइगर स्टेट भी कहा जाता है। यहां के पन्ना टाइगर रिजर्व में एक बाघ ने अनाथ हुए 3 शावकों को पालकर अपने आप में अनोखा काम किया है। सामान्य रूप से बाघ शावकों को पालता नहीं है। दूसरी बाघिन के शावकों को तो बाघ मार भी देता है।
बाघ ने शावकों को शिकार खेलना सिखाया
वन विभाग के अफसर बताते हैं कि 3 महीने पहले बाघिन P213-32 की मौत के बाद 4 शावक अनाथ हो गए थे। शावकों का जंगल की विषम परिस्थितियों में शिकार करना तो क्या, जीवित रहना भी कठिन था। अपने प्राकृतिक व्यवहार से उलट पिता बाघ P243 शावकों को जंगल के गुर सिखा रहा है। नर बाघ अपने बच्चों की परवरिश तो कर ही रहा है, साथ ही चारों शावकों को शिकार करना भी सिखा दिया है। जंगल में शावकों को शिकार करते, भोजन करते और घूमने का एक वीडियो सामने आया है। इस वीडियो के सामने आने के बाद टाइगर रिजर्व प्रबंधन ने जहां राहत की सांस ली है। चारों अनाथ शावक सुरक्षित पाए गए हैं।
ये अच्छे संकेत हैं
पन्ना टाइगर रिजर्व के फील्ड डायरेक्टर उत्तम कुमार शर्मा कहते हैं कि ऐसा कहीं नहीं हुआ है कि जंगल में छोटे शावक सरवाइव करें और सुरक्षित रह पाएं। पिता इनकी परवरिश कर रहा हो। पिता बाघ का शावक पालना एक शुभ संकेत है। इस पर रिसर्च की जा रही है।
बुरे दौर से निकला पन्ना
2009 में पन्ना टाइगर रिजर्व बाघ विहीन हो गया था। बाहर से लाकर 5 नर और मादा टाइगर बसाए गए। अब इनकी संख्या 70 से ज्यादा हो गई है। अब इन्हीं का कुनबा नया इतिहास रच रहा है।
नौरादेही अभयारण्य में भी कुनबा बढ़ा
सागर, दमोह और नरसिंहपुर जिले के 1192 वर्ग किमी भू-भाग में फैले नौरादेही वन्य प्राणी अभयारण्य का जंगली क्षेत्र भेड़ियों का प्राकृतिक आवास है, लेकिन इसे एक बाघ सेंचुरी के तौर पर विकसित किया जा रहा है। 19 अप्रैल 2018 को यहां कान्हा से बाघिन एन-1 को लाया गया। इसे राधा नाम दिया गया। राधा के रमने के बाद अभयारण्य में बांधवगढ़ से एन-2 बाघ लाया गया, जिसका नाम किशन रखा गया। एक साल में ही अभयारण्य में खुशियां आईं और मई 2019 में राधा ने 3 शावकों को जन्म दिया। इनमें दो मादा और एक नर है। इस तरह तीन साल में अभयारण्य में बाघों का कुनबा बढ़कर 5 पर पहुंच गया है।
मध्यप्रदेश टाइगर बढ़ाएगा और बचाएगा
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने वर्ल्ड टाइगर डे पर प्रदेश के पूरे वन अमले को बधाई दी। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश टाइगर स्टेट है। इसलिए मध्यप्रदेश टाइगर बचाएगा भी और बढ़ाएगा भी। मुख्यमंत्री ने पन्ना टाइगर रिजर्व में सफल हुई बाघ पुनर्स्थापना का उल्लेख किया और सतपुड़ा के घने जंगलों में लगातार बढ़ रही बाघों की संख्या को लेकर भी खुशी जताई।