भोपाल. भारतीय रेलवे के दूसरे वर्ल्ड क्लास रेलवे स्टेशन (world class railway station) भोपाल (Bhopal) के रानी कमलापति रेलवे स्टेशन (Rani Kamlapati Railway Station) के स्क्लेटर 40 दिन में दम तोड़ने लगे हैं। बंद पड़े स्क्लेटर (Sclater) पर लोग पैदल आ-जा रहे हैं। सोशल मीडिया (Social Media) पर वर्ल्ड क्लास रेलवे स्टेशन का उपयोग करने वाले लोग की अव्यवस्थाओं के वीडियो को वायरल कर रहे हैं।
स्टेशन का प्रबंधन निजी संस्था के पास
भोपाल का रानी कमलापति रेलवे स्टेशन वर्ल्ड क्लास रेलवे स्टेशन बताया जाता है जिसका प्रबंधन निजी संस्था के पास है। सोशल मीडिया पर रविवार को वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें स्टेशन का एक स्क्लेटर बंद दिखाई दे रहा है। बंद होने की वजह से लोगो उतरने के लिए इसका पैदल चलते हुए इस्तेमाल कर रहे हैं। आमतौर पर इसका ऊपर चढ़ने के लिए इस्तेमाल होता है। यात्री इसके बंद होने से परेशान हो रहे हैं और हांफते हुए चढ़ते दिखाई दे रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने किया था लोकापर्ण
गौरतलब है कि रानी कमलापति रेलवे स्टेशन का 15 नवंबर को ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Minister Narendra Modi) ने लोकापर्ण किया था। इसके लोकापर्ण के पूर्व भी तेजी के साथ राजनीतिक घटनाक्रम चला था जिसमें उसका नाम बदला गया। लोकापर्ण के पहले तक इसका नाम हबीबगंज था और चंद घंटों के भीतर राज्य शासन ने नाम परिवर्तन का प्रस्ताव रेल मंत्रालय (Ministry of Railways) को भेजा। रेल मंत्रालय ने तुरत-फुरत नाम बदल दिया और जब तक प्रधानमंत्री मोदी भोपाल पहुंचे तो रेलवे स्टेशन के बदले नाम की प्लेटफार्म से लेकर मुख्य द्वार तक नाम पट्टिका लगा दी गई। पीएम मोदी ने पैदल चलकर रेलवे स्टेशन का निरीक्षण भी किया था लेकिन एक महीने में ही स्क्लेटर के खराब हो जाने से वर्ल्ड क्लास सुविधाओं पर यात्री सवाल खड़े कर रहे हैं।
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