Indore: यशवंत क्लब(Yeshwant Club) में चार साल बाद हो रहे चुनावों में इस बार सारी मर्यादाएं ताक पर रखकर सभी तरह के खेल हो रहे हैं। कुलीनों के क्लब में चुनाव के पहले ही थानों पर लड़ाई शुरू हो गई है। ताजा मामला चेयरमैन पम्मी छाबड़ा(Chairman Pammi Chhabra) को लेकर उठा है, जिसमें 1996 के एक प्लाट के सौदे को लेकर महिला ने राजेंद्र नगर थाने में पम्मी, अमर बजाज और मनीष खत्री द्वारा धोखाधड़ी करने के आरोप लगाते हुए आवेदन दिया है। अचानक आई इस शिकायत ने क्लब में नया बवाल मचा दिया है। पम्मी इसे चुनाव के पहले का राजनीतिक षडयंत्र (political conspiracy) बता रहे हैं और उन्होंने भी तुकोगंज थाने में आवेदन दिया है कि इसे लेकर पूरी जांच की जाए और मेरे, शिकायतकर्ता के सभी फोन डिटेल खंगाल लिए जाएं, मेरी आज तक उनसे बात ही नहीं हुई है।
आवेदक महिला के बेटे से द सूत्र ने पूछा भी कि कभी यह शिकायत नहीं की, अचानक चुनाव के वक्त कैसे? उन्होंने कहा कि चुनाव से हमारा कोई वास्ता नहीं, हम क्लब मेंबर भी नहीं है। लंबे समय से पम्मी से इंसाफ मांग रहे थे। बीच में डायरी खो गई, इसलिए शिकायत में देरी हुई, अब मिली तो कर दी। वहीं पम्मी द्वारा इस मामले को क्लब की राजनीति से जोड़ने पर टोनी पैनल भी मुखर हो गई है। उन्होंने पत्र जारी करके कहा है कि पम्मी माफी मांगे, या फिर साबित करें कि इस मामले में हमारा कोई हाथ है। उनके खुद के मामले में क्लब को बेवजह लाने से क्लब की प्रतिष्ठा धूमिल हुई है, क्लब के सदस्यों का इससे कोई वास्ता नहीं है।
सचिव पद के कारण मचा है घमासान
इस चुनाव में चेयरमैन पद से ज्यादा नजरें सचिव पद पर है। दोनों पैनल के चेयरमैन उम्मीदवार(chairman candidate) मानकर ही चल रहे हैं कि वह मजबूत हैं, लेकिन यदि सचिव अपना नहीं आया तो जीत का कोई मतलब नहीं निकलेगा। अनुभवी संजय गोरानी के सामने पम्मी पैनल के युवा शैंकी उर्फ सुदीप भंडारी हैं। टोनी पैनल की तो पूरी कमान ही गोरानी ने संभाल रखी है। वहीं पम्मी खुद अपनी पैनल के लिए लगे हुए हैं
क्लब में जारी हुए घोषणापत्र
उधर दोनों पैनलों ने अपने चुनावी घोषणापत्र जारी कर दिए हैं। पम्मी ने जहां अच्छी पार्किंग, रेस्त्रां आदि के वादे किए हैं, वहीं टोनी पैनल का जोर है कि क्लब में बाहर के व्यक्तियों का प्रवेश नहीं हो, इसे ही प्रमुख मुद्दा बनाया है। जानकारी के अनुसार अन्नपूर्णा नगर की रहने वाली रेखा ने 1996 में मोहनलाल दरयानी के नाम से पिंक एवेन्यू कॉलोनी में 5 हजार स्केवयर फीट का 68 नंबर का प्लाट खरीदा था। रेखा के बेटे नीरज दरयानी ने बताया कि ये डील दलाल अमर बजाज और सेवकराम खत्री ने कराई थी। 5 लाख रुपए लेकर डायरी में एंट्री की थी। पूरा पेमेंट होने पर रजिस्ट्री की बात कही थी लेकिन पेमेंट के बाद भी रजिस्ट्री नहीं कर रहे छाबड़ा। नीरज का कहना है कि दलाल सेवाराम खत्री का निधन हो गया है। अब उनका बेटा मुकेश खत्री इस मामले में टांग अड़ा रहा है, ये वही मुकेश खत्री हैं जो अयोध्यापुरी कॉलोनी की फर्जी रजिस्ट्री कराने के मामले में जेल गया था।