GWALIOR. ग्वालियर नगर निगम में सभापति का चुनाव पांच अगस्त को होना है। इस पद को लेकर बीजेपी और कांग्रेस में जोड़तोड़ शुरू हो गई है। कल एक निर्दलीय पार्षद कांग्रेस में शामिल हुआ था लेकिन आज एक निर्दलीयी पार्षद ने बीजेपी की सदस्यता ग्रहण कर ली।
कल एक निर्दलीय महिला पार्षद ने अपने पति के साथ कांग्रेस विधायक डॉ सतीश सिकरवार और उनकी पत्नी मेयर डॉ शोभा सिकरवार के समक्ष पहुंचकर कांग्रेस की सदस्यता ले ली थी। इसके चौबीस घण्टे बाद ही ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने एक निर्दलीय पार्षद दीपक बाथम को बीजेपी की सदस्यता दिलाकर हिसाब बराबर कर लिया। वे उसे अपने साथ रेवाड़ी ले गए जहां बीजेपी के बाकी पार्षदों को ले जाकर बाड़ा बंदी की गई है ।
दीपक के कांग्रेस को समर्थन देने की थी अटकलें
ग्वालियर विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय जीते पार्षद के बीजेपी में शामिल होने से पहले कहा जा रहा था कि वे कांग्रेस में शामिल होंगे और उनके काँग्रेस में शामिल होने को लेकर मुलाकात भी हो चुकी थी लेकिन कल रात से ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न तोमर ने पूर्व पार्षद केशव माझी को उन्हें पटाने के लिए लगाया था और दोनो के बीच सुबह शर्तों पर सहमति बन गयी जिसके बाद माझी उन्हें अपने साथ लेकर तोमर के बंगले पहुंचे और उनके बीजेपी को समर्थन देने की घोषणा की गई।
तोमर दिल्ली रवाना हुए
निर्दलीय पार्षद को लेकर प्रद्युम्न सिंह तोमर रेवाड़ी के लिए रवाना हो गए। यहां बीजेपी के बाकी पार्षदों को ग्वालियर से ले जाकर ठहराया गया है। गौरतलब है कि ग्वालियर नगर निगम में बीजेपी के 34 पार्षद जीते है । इस तरह उसके पास सभापति चुनने लायक बहुमत है। कांग्रेस के पास परिषद में बहुमत नही है लेकिन उसके 25 पार्षद जीते है । वह मेयर पद पर 57 साल बाद मिली जीत से इतने उत्साहित है कि सभापति पद भी जीतने के दावे कर रही है। मेयर पद पर मिली शर्मनाक हार ने बीजेपी को इतना भयभीत कर दिया कि अब उसे अपने पार्षदों की क्रॉस वोटिंग का भय भी सताने लगा। वह इतनी भयभीत हो गई कि अपने पार्षदों को एक बस में भरकर न केवल ग्वालियर से बल्कि एमपी से ही बाहर हरियाणा के रेवाड़ी में एक रिसॉर्ट्स में ले जाकर बाड़ाबंदी करके रखा गया। अब वहां केंद्रीय मंत्री नरेंद्र तोमर, ज्योतिरादित्य सिंधिया,प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष वीडी शर्मा और सांसद विवेक शेजवलकर को ले जाकर उनसे मिलवाया जाएगा।