निकाय चुनाव की हलचलों के दौरान किसी रोज आपके घर का दरवाजे पर कोई ऐसा चेहरा आ जाए जो फर्राटेदार अंग्रेजी में बात करे... पेशे से डॉक्टर हो, इंजीनियर हो या वकील हो....आपकी समस्याओं को खुद बताए और जाते जाते वोट की गुहार लगा जाए.... अगर ऐसा कुछ हो तो चौंकिएगा नहीं... हो सकता है कि आपके दरवाजे आकर वोट मांगने वाला कांग्रेस बीजेपी से हट कर किसी और पार्टी से हो... प्रत्याशी का ये अंदाज वोट में कितना तब्दील होगा ये बाद की बात है... लेकिन ऐसे किसी प्रत्याशी और पार्टी की आमद की खबर से प्रदेश में खलबली जरूर मची हुई है... कांग्रेस और बीजेपी दोनों के लिए ये चुनावी परिदृश्य चिंता का विषय है... जिसे हाथी की हुंकार और बढ़ाने के लिए तैयार है...