भोपाल. मध्यप्रदेश कांग्रेस में दोबारा जान फूंकने के लिए पार्टी की यूथ विंग ने बुधवार को भोपाल में प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन यूथ कांग्रेस के नेता विक्रांत भूरिया (vikrant bhuria) और श्रीनिवास (shrinivas bv) के नेतृत्व में हुआ। प्रदर्शन में कमलनाथ (kamalnath) समेत पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी, पूर्व मंत्री जीतू पटवारी, पीसी शर्मा मौजूद थे। इनके अलावा कांग्रेस के लगभग सभी युवा विधायक मौजूद थे। प्रदेश में महंगाई और बेरोजगारी के विरोध में यूथ कांग्रेस ने सीएम आवास घेराव के लिए मार्च किया। लेकिन पुलिस ने वाटर केनन और बैरिकेडिंग से प्रदर्शनकारियों को खदेड़ दिया।
महंगाई, बेरोजगारी के विरोध में प्रदर्शन
युवा कांग्रेस प्रदेश में बढ़ रही महंगाई और बेरोजगारी के लिए प्रदर्शन कर रही है। इस प्रदर्शन के लिए प्रदेशभर से कांग्रेसी भोपाल में जुटे हैं। प्रदेश कांग्रेस कार्यालय के बाहर कांग्रेसियों की खासी भीड़ जमा हो गई है। मंच पर लगभग सभी युवा विधायक जीतू पटवारी, कुणाल चौधरी, सचिन यादव, विपिन वानखेडे, हिना कांवरे मौजूद है। इसी दौरान राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास के साथ कार्यकर्ताओं के मंच पर चढ़ने के कारण व्यवस्था चरमरा गई है।
श्रीनिवास ने सरकार पर बोला हमला
बीजेपी सरकार पर हमला बोलते हुए श्रीनिवास ने कहा कि एमपी बेरोजगारी और दुष्कर्म में नंबर वन है। उन्होंने कहा कि चड्डी वाले आरएसएस वालों से कहना चाहता हूं। कांग्रेस का कार्यकर्ता डरने वाला नहीं है। गोली खाने से नहीं डरता। बीजेपी सरकार ने युवा कांग्रेस के डर से सत्र खत्म किया।
मेरी जवानी के दिन याद आए- कमलनाथ
एमपी के पूर्व सीएम और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा कि युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं का जोश देखकर मुझे जवानी के दिन याद आ गए। इस प्रदर्शन को गांव में बैठा कार्यकर्ता देखेगा तो उसकी बैटरी भी चार्ज होगी। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों को बंधुआ मजदूर बनाने के लिए कृषि कानून लाई है।
वाटर केनन की बौछारें
डीआईजी इरशाद वली के आदेश पर पुलिस ने कार्यकर्ताओं को खदेड़ने के लिए वाटर केनन का इस्तेमाल किया। पुलिस ने लिंक रोड़ पर वाटर केनन की बौछारें की।
कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी
प्रदर्शन में कांग्रेस विधायक जयवर्धन सिंह (jayvardhan singh) का कुर्ता फट गया। इसके साथ ही कुछ महिला कार्यकर्ताओं ने अभद्रता के आरोप लगाए। पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए वाटर केनन का इस्तेमाल किया। इसके बाद कांग्रेस (congress) कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी (Arrest) कर उन्हें बाद में छोड़ दिया गया।