Jabalpur. जबलपुर में हुई हत्या की एक नृशंस वारदात ने लोगों को दहला कर रख दिया है। 52 दिन पहले एक शेयर ब्रोकर की हत्या की जाती है। आरोपी उसकी लाश को रखकर अपने लकड़ी के टाल पर पहुंचते हैं। फिर आरा मशीन से लाश के 10 टुकड़े किए जाते हैं, लाश को पॉलीथिन में भरकर एक नाले में फेंक दिया जाता है। बड़ी बात यह है कि इस हत्या के इस नृशंस तरीके को अपनाने वाला मुख्य आरोपी कुछ दिन बाद खुद आत्महत्या कर लेता है। जबलपुर के धनवंतरी नगर इलाके में नाले में लाश के टुकड़े मिलने के बाद पुलिस ने इस हत्या की गुत्थी को सुलझाते हुए एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
गाडरवारा का रहने वाला था मृतक
मृतक अनुपम शर्मा गाडरवारा का मूल निवासी था जो जबलपुर में जसूजा सिटी में किराए का मकान लेकर रहता था। पत्नी से अनबन के बाद वह 4 सालों से जबलपुर में रहकर शेयर ट्रेडिंग का काम करता था। उसके दोस्त टोनी वर्मा पर ही उसकी हत्या करने का आरोप है, जो अब खुदकुशी कर चुका है। पुलिस ने टुकड़ों में मिली लाश की शिनाख्तगी करने के बाद अनुपम की जान पहचान वाले लोगों से पूछताछ शुरू की तो आरोपी टोनी वर्मा जिसका खुद का लकड़ी का टाल था, के घर किराए से रहने वाले एक युवक पर संदेह हुआ। पुलिस ने जब उससे कड़ाई से पूछताछ की तो उसने हत्या का राज उगल दिया।
- यह भी पढ़ें
अंधमूक बायपास पर किया था कत्ल
मूलतः राजस्थान के रहने वाले आरोपी ने पुलिस को बताया कि टोनी वर्मा और अनुपम शर्मा के बीच किसी बात पर विवाद हो गया था। टोनी ने अनुपम को मिलने के लिए अंध मूक बायपास के पास बुलाया, वहां भी दोनों के बीच विवाद हो गया। इसी दौरान टोनी ने अनुपम पर हमला कर दिया, इसके बाद अनुपम के शव को कार में रखकर दोनो उसे अपने साथ टोनी के टॉल पर ले गए, यहां टोनी और उसके साथी ने अनुपम के लकड़ी काटने वाली आरा मशीन से 10 टुकड़े कर दिए। लाश के टुकड़ों को पॉलीथिन में रखा और फिर धनवंतरी नगर के नाले में फेंक दिया।
आरा मशीन तलाश रही पुलिस
पुलिस को अब भी यह लग रहा है कि टोनी वर्मा के आत्महत्या कर लेने के बाद आरोपी इस बात का फायदा उठा रहा है, जिसके चलते पुलिस अब उस आरा मशीन को ढूंढ रही है, जिससे वारदात की और गहराई से छानबीन की जा सके। पुलिस टोनी वर्मा के सुसाइड मामले की डायरी भी खंगाल रही है कि कहीं टोनी वर्मा कोई सुसाइड नोट छोड़कर तो नहीं गया। संभव है कि कुछ समय बाद इस मामले में और भी नए खुलासे हों।