संजय गुप्ता, INDORE. इंदौर में एक नई तरह की चोरी की गैंग का खुलासा हुआ है। इस गैंग के मास्टरमाइंड ने चौंकाने वाला खुलासा किया है कि वो पहले नए स्टूडेंट के बीच बैठता था, इसके लिए वो स्टूडेंट एरिया के चाय, कैफे हाउस को ठिकाना बनाता था, वहां इनसे दोस्ती करता और फिर ड्रग्स की लत लगाता। जब इन्हें लग लग जाती तो रुपए की जरूरत पड़ती, तब वो इन्हें चोरी की गैंग में शामिल कर वारदातों में शामिल करता। संयोगितागंज पुलिस ने इस पूरे गिरोह का खुलासा किया है।
पुलिस ने इन लोगों को चोरी-ड्रग्स मामले में पकड़ा
संयोगितागंज पुलिस ने चोरी और ड्रग्स के मामले में साहिल निवासी चर्च कंपाउंड, शैलेन्द्र निवासी अभिनव नगर पालदा, आदिल निवासी बंगाली कॉलोनी और अभिजीत निवासी छावनी को पकड़ा है। इनकी निशानदेही पर कबाड़ी अंजू निवासी आजाद नगर, शहनवाज निवासी कबूतर खाना और साजिद निवासी प्रकाश का बगीचा को गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों के पास से चोरी का सामान भी बरामद कर लिया गया है। छावनी इलाके के एक सरकारी स्कूल में साहिल ने चोरी की वारदात को अंजाम दिया था। थाना प्रभारी तहजीब काजी ने सीसीटीवी में उसे पहचाना कि आरोपी पहले विजय नगर में मोबाइल लूट और अन्य वारदातों में पकड़ा गया था। ये ड्रग्स एडिक्ट भी है। इसके बाद उसके पीछे टीम लगाई गई। साहिल के पकड़े जाने के बाद बाकी टीम भी पुलिस के हाथ लग गई।
इस तरह हुआ खुलासा
पुलिस ने बताया कि शुक्रवार रात लूट और चोरी की वारदात करने वाले चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। इनकी निशानदेही पर कबाड़ का काम करने वाले 3 अन्य लोगों को भी आरोपी बनाया गया है। एक टीम आजाद नगर इलाके के ड्रग्स तस्करों को पकड़ने में लगी हुई है। इस मामले में पुलिस ने 2 ऐसे स्टूडेंट के बयान लिए जिन्होंने कहा कि वो किस तरह से मास्टर माइंड अपराधी के जाल में फंस गए थे।
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मास्टमाइंड ने बताया क्यों और किस तरह बनाई गैंग
गिरफ्तार किए गए मास्टरमाइंड साहिल ने इस बात का खुलासा किया कि वो चाय कैफे, चाय बार, सुट्टा बार जैसी जगहों से नए स्टूडेंट के बीच बैठता था। यहां दोस्ती करके उनको ड्रग्स की लत लगा देता था। इसके बाद अपनी गैंग में शामिल करके चोरी की वारदात को अंजाम दिलाता था। साहिल कई वर्षों से नशा करता है। उसे ब्राउन शुगर और महंगे पाउडर वाले नशे की लत है। इसके लिए वो चोरियां करता है। मामले में पकड़ाए अन्य आरोपियों ने भी कबूला कि वो साथ में बैठकर नशा कर वारदातों को अंजाम देते हैं। साहिल ने पूछताछ में जो खुलासा किया वो चौंकाने वाला है। उसके मुताबिक हर समय जरूरी नहीं कि चोरी और लूट से पैसे आएंगे। इसके लिए वो कैफे, सुट्टा बार जैसी जगहों पर जाकर बैठता है। यहां नए लड़कों से दोस्ती कर लेता है। उसके बाद थोड़ी देर के लिए उनकी बाइक लेकर जाता है। वापस आकर चोरी या चेन स्नेचिंग जैसी वारदात में बाइक ट्रैप होने की जानकारी देकर पुलिस द्वारा पकड़े जाने का डर दिखाता था। कम उम्र के स्टूडेंट्स से कहता है कि बचने के लिए उनकी गैंग में शामिल हो जाएं या घरों से पैसे लेकर आएं। इसके बाद साहिल उनसे पैसे मंगवाकर खुद भी नए स्टूडेंट को नशे की लत में डाल देता है। उसके बाद उनके रुपए से ड्रग्स का शौक पूरा करता है।