देव श्रीमाली, GWALIOR. बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव और कद्दावर नेता कैलाश विजयवर्गीय द्वारा इंदौर के एक कार्यक्रम में महिलाओं के पहनावे को लेकर की गई टिप्पणी, जिसमें उन्होंने शूर्पणखा शब्द का उपयोग किया था, को लेकर शुरू हुआ विवाद थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। 13 अप्रैल को अल्प प्रवास पर ग्वालियर आए कैलाश विजयवर्गीय को आम आदमी पार्टी की महिला कार्यकर्ताओं के कड़े विरोध का सामना करना पड़ा। काला झंडा उन्हें दिखाने की कोशिश की गई, लेकिन वे गाड़ी में बैठकर निकल गए।
सुबह ग्वालियर पहुंचे थे कैलाश
बीजेपी नेता विजयवर्गीय 13 अप्रैल की सुबह ही ग्वालियर पहुंचे थे। उनका ग्वालियर में कोई भी निर्धारित कार्यक्रम नहीं था। यहां से उन्हें भिंड जिले की लहार जाना था। यहां आकर वे बीजेपी के वरिष्ठ नेता जय सिंह कुशवाह के मुरार स्थित निवास पर पहुंचे। कुशवाह के परिवार में कुछ समय पहले ताऊ का निधन हो गया था, इसलिए वे श्रद्धांजलि देने वहां पहुंचे थे।
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सूचना मिलते ही वहां पहुंचे आप कार्यकर्ता
जैसे ही आम आदमी पार्टी कार्यकर्ताओं को विजयवर्गीय के मुरार में होने की खबर लगी वैसे ही पार्टी की वरिष्ठ नेत्री रुचि गुप्ता के नेतृत्व में आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं की भीड़ हाथ में काले झंडे लेकर जय सिंह के बाहर और आसपास पहुंच गई। यह देखकर बीजेपी कार्यकर्ता उन्हें समझाते नजर आए, लेकिन उन्होंने झंडे हवा में लहराना शुरू कर दिए। आप कार्यकर्ता कैलाश विजयवर्गीय से मांग कर रहे थे कि वे महिलाओं को लेकर दिए गए अपने ब्यान के लिए माफी मांगें। यहां बीजेपी कार्यकर्ताओं और आप कार्यकर्ताओं के साथ गहमागहमी और धक्कामुक्की भी हुई।
पहले सर्किट हाउस पहुंचे थे आप कार्यकर्ता
आम आदमी पार्टी के नेताओं द्वारा कैलाश विजयवर्गीय को काले झंडे दिखाने पर पुलिस प्रशासन भी चौकस हो गया था। इसके लिए सर्किट हाउस पर सुरक्षा व्यवस्था भी की गई थी। आम आदमी पार्टी के नेता और कार्यकर्ता ग्वालियर महापौर प्रत्याशी रही आप नेत्री रुचि गुप्ता के नेतृत्व में ज्ञापन देने सर्किट हाउस मिलने के लिए पहुंचे थे। जिनको यहां मौजूद पुलिसकर्मियों और अन्य नेताओं द्वारा उन्हें मिलने नहीं दिया। जिसके बाद बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय वहां से निकलकर बीजेपी के ग्वालियर के वरिष्ठ नेता जय सिंह कुशवाहा के निवास पर उनकी माताजी के निधन पर शोक संवेदना व्यक्त करने पहुंचे थे और जब वह जय सिंह कुशवाहा के घर से बाहर निकले तो आप नेताओं ने रुचि गुप्ता के नेतृत्व में उन्हें काला झंडा दिखाना शुरू कर दिया और अपने बयान पर माफी मांगने की मांग की गई।
पुलिस से भी हुआ मुंहवाद
इस दौरान विजयवर्गीय की गाड़ी को घेरे खड़ीं हुईं रुचि गुप्ता के साथ पुलिस के अधिकारियों का मुंहवाद भी हुआ। महिलाएं अंदर जाने और विजयवर्गीय से मिलने दबाव डालती रहीं और पुलिस उन्हें रोकती रही। इस बीच विजयवर्गीय अपनी गाड़ी में बैठकर निकल गए।
शिवराज पर साधा निशाना
इस मामले पर आप नेत्री रुचि गुप्ता ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर ही निशाना साधते हुए कहा कि एक तरफ वे महिलाओं को लाड़ली बहना कह रहे है और दूसरी तरफ उनके एक बड़े नेता महिलाओं के खिलाफ शूर्पणखा जैसे अशोभनीय शब्दों का और पूरी बीजेपी उस पर मुंह में मिश्री डालकर बैठी है और उनकी बात का समर्थन कर रही है। इससे बीजेपी का महिलाओं को लेकर सोच साफ जाहिर होता है।