आखिर इतने बैखोफ क्यों है शराब माफिया, उस रात आईएएस पर बंदूक से फायर किया था तो एक फालिया से काटने दौड़ा था

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Shivasheesh Tiwari
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आखिर इतने बैखोफ क्यों है शराब माफिया, उस रात आईएएस पर बंदूक से फायर किया था तो एक फालिया से काटने दौड़ा था

संजय गुप्ता, INDORE. शराब कारोबारी रिंकू भाटिया 40 दिन की फरारी के बाद दिल्ली जाते हुए इंदौर एयरपोर्ट पर आखिरकार पकड़ा गया। धार जिले के कुक्षी में एसडीएम आईएएस नवजीवन पंवार और नायब तहसीलदार राजेश भिडे के मामले में शराब माफियाओं पर दर्ज केस में वह भी आरोपी है। इस मामले में 40 दिन से मजिस्ट्रियल जांच जारी ही है और अभी तक रिपोर्ट नहीं बन पाई है। वहीं 12-13 सितंबर की रात को हुए कांड की पूरी कहानी फरियादी नायब तहसीलदार भिडे के अनुसार जो उन्होंने एफआईआर में लिखाई है, वह बताती है कि शराब माफियाओं को सरकार का कोई डर नहीं है और वह पूरी तरह से बैखोफ होकर अधिकारियों पर बंदूक से फायर करने व फालिया से काटने के लिए भी तैयार है। यह है उस रात की पूरी कहानी- 







  • एफआईआर क्रमांक- 0864, 13 सितंबर, थाना कुक्षी, घटना स्थान ढोल्या घाटी ग्राम हल्दी रामदेव ढाबा के पास, फरियादी नायब तहसीलदार राजेश भिडे 



  • आरोपी- मोटला उर्फ दिग्विजय, किडिया, मुकाम, सुखराम व अन्य 19-20 बदमाश।


  • पकड़ा गया माल- 855 पेटी शराब, कीमत 53 लाख (गोवा, बांबे लाइन प्राइड ब्रांड की) और दस लाख कीमत का ट्रक 






  • यह हुआ उस रात को-





    12-13 सितंबर की मध्य रात्रि, एसडीएम (आईएएस) नवजीवन पंवार को अवैध शराब परिवहन की सूचना मिली। उन्होंने मुझे (राजेश भिडे) बंगले पर बुलाया। वहां पर नायब तहसीलदार कुणाल अवासिया भी थे। एसडीएम ने बताया कि ट्रक (एमपी69एच0112) से शराब का अवैध परिवहन हो रहा है और उसके आगे एक सफेद स्कार्पियो चल रही है। 





    इसके बाद एसडीएम अपनी कार से अलीराजपुर की ओर निकल गए, मैं भी बोलेरो से अपने ड्राइवर अनिल के साथ निकल गया। अवासिया भी निकल गए। सुबह साढ़े चार बजे कुक्षी ढाबे के पास ट्रक कुक्षी से अलीराजपुर की ओर आते दिखा। मैंने उसे रोका। फिर पूछा कि इसमें क्या है, बताया गया शराब है, मैंने ट्रक की चाबी निकाल ली और एसडीएम को फोन कर बुलाया। ड्राइवर का नाम महेश और क्लीनर का नाम किडिया था। एसडीएम वहां आ गए, उनके साथ गनमैन पुनित पांचाला और ड्राइवर अलाउद्दीन भी थे। सभी को देख ड्राइवर और क्लीनर भाग गए। 





    कुछ देर बाद स्कार्पियो आई जिसका नंबर आखिरी में 8888 था। इसमें से छह-सात लोग उतरे एक के पास बंदूक, एक के पास तलवार, एक के पास फलिया और एक के पास लोहे की टामी थी। उनके साथ ड्राइवर महेश और क्लीनर किडिया भी आ गया। 





    आते ही लोगों ने पूछा कि किसने दारू की गाड़ी रोकी और गालियां देने लगे। तभी ट्रक ड्राइवर महेश ने मेरी ओर इशारा करते हुए बंदूक हाथ में लिए हुए आदमी से कहा कि सुखराम भैया इसने पकड़ी है। बंदूक वाले आदमी ने मेरी ओर गोली मारने की मंशा से फायर कर दिया। फिर क्लीनर किडिया ने फालिया लिए आदमी से कहा मोटला भाई फालिया से इन्हें काट दो। हम सभी डरकर भागने लगे, इसमें सुखराम और तीन साथियों ने मुझे पकड़कर स्कार्पियों में बैठा लिया और बंदूक की बट व मुक्कों से मारा। रास्ते में मारपीट करते रहे और कहां ट्रक की चाबी दे दो, तो छोड देंगे। फिर मोबाइल से किसी से बात कराई। इसी बीच उन्हें पुलिस के आने की सूचना मिल तो मुझे ढोल्या फाटे पर छोड़ दिया और कहा गाड़ी फिर रोकी और पुलिस को नाम बताया तो जान से मार देंगे। 





    फिर पुलिस के साथ मैं रामदेव ढाबे आया, वहां एसडीएम ने बताया कि मेरी बोलेरा गोड़ी भी फोड़ दी। कुछ लोग स्कोडा और ट्वेरा गाड़ी से आए थे, 14-15 बदमाश थे, उन्होंने हमारे साथ (आईएएस) मारपीट की। पुलिस ने इसमें से एक मुकान नाम के व्यक्ति को पकड़ लिया है। वहीं बाकी बदमाश भाग गए और अपने साथ एसडीएम और मेरे ड्राइवर अनिल का मोबाइल भी ले गए। पकड़े गए आदमी मुकाम ने बताया कि इस शराब का लाइसेंस व परमिट नहीं है। 





    भाटिया की दुकान से निकली थी शराब 





    इस मामले में पुलिस अभी तक 12 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। पुलिस की जांच में आया था कि यह शराब रिंकू भाटिया के बड़वानी के ठेके वाली दुकान से ही निकली थी, शराब माफियाओं से मिलीभगत को लेकर उन्हें भी इस एफआईआर में बाद में आरोपी बनाया गया, जिसके बाद अब गिरफ्तारी हुई है।





    भाटिया का यह पहला मामला नहीं





    रिंकू भाटिया पर अवैध शराब परिवहन का यह पहला मामला नहीं है, इसके पहले भी उन पर कई केस दर्ज हुए हैं। राउ थाने में भी उन पर एक केस दर्ज है। माना जा रहा है कि गुजरात बार्डर के करीब के प्रदेश के जिलों में यह ठेके लेते हैं और फिर शराब का अवैध परिवहन कर गुजरात में महंगे दामों पर बिकवाते हैं। इसके लिए अवैध परिवहन किया जाता है। ऐसे ही एक मामले को पकड़ने गए धार एसडीएम, तहसीलदार पर माफिया ने हमला कर दिया।





    मजे की बात ट्रक सरकारी क्वार्टर के एड्रेस पर दर्ज





    इस पूरे घटनाक्रम में एक और सरकारी सिस्टम की पोल खुलने वाला खुलासा हुआ है कि जिस ट्रक से शराब का अवैध परिवहन हो रहा था, एमपी 09 एच 0112 वह किसी महेश भूरिया के नाम पर दर्ज है और आरटीओ में इसका पता आरईएस बंगला आफिसर्स कॉलोनी राजगढ़ नाका झाबुआ है। यह ट्रक किसका है ही नहीं और ना ही कोई महेश भूरिया यहां रहता है। आरटीओ ने फर्जी पते पर ही ट्रक को रजिस्टर्ड कर लिया।



    Illegal liquor business Absconding liquor businessman Rinku Bhatia arrested from Indore SDM IAS Navjeevan Panwar was shot attempt to kidnap Tehsildar Rajesh Bhide in Dhar फरार शराब कारोबारी रिंकू भाटिया इंदौर से गिरफ्तार एसडीएम आईएएस नवजीवन पंवार पर चली थी गोली धार में तहसीलदार राजेश भिडे के अपहरण की कोशिश अवैध शराब कारोबार