Jabalpur. जबलपुर के नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल अस्पताल में शनिवार की सुबह एक आरोपी फरार हो गया। शातिर आरोपी ने सुरक्षा में तैनात पुलिस कर्मियों से बाथरूम जाने की इच्छा जताई तो उन्होंने उसे बाथरूम ले जाकर थोड़ा देर के लिए छोड़ दिया। मौका पाकर आरोपी ने बाथरूम की खिड़की तोड़ी और चंपत हो गया। काफी देर तक जब आरोपी नहीं लौटा तो पुलिस कर्मियों ने बाथरूम में जाकर देखा तो वहां एक खिड़की टूटी हुई थी और आरोपी नदारद था। फिर क्या था सुरक्षा में तैनात पुलिस कर्मियों के हाथ पैर फूलने लगे। आनन फानन में उन्होंने पूरे अस्पताल का चक्कर लगाकर आरोपी को ढूंढने की कोशिश की लेकिन तब तक वह मौके से गायब हो चुका था। बताया जा रहा है कि घटना मेडिकल सुपर स्पेशिलिटी अस्पताल की है। सूचना पर पुलिस ने कैदी को पकड़ने नाकाबंदी कर दी है और कैदी को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने का हुक्म पुलिस कप्तान ने दिया है।
बताया जा रहा है कि संजीवनी नगर थाना पुलिस आरोपी को इलाज के लिए अस्पताल लेकर पहुंची थी। सुरक्षा में तैनात एक जवान मरीज की पर्ची कटाने चला गया, वहीं दूसरा उसे लेकर इंतजार कर रहा था। तभी बीपी रजक नाम के आरोपी ने पुलिस कर्मी से बाथरूम जाने की इच्छा जाहिर की। जिस पर पुलिस कर्मी ने बदबूदार बाथरूम में साथ जाने के बजाय आरोपी को फुरसत होकर आने कह दिया। सिपाही बाथरूम के बाहर आरोपी का इंतजार करता रहा लेकिन इतनी देर में शातिर आरोपी ने अपनी करामात दिखा दी। काफी देर तक जब बाथरूम से आरोपी वापस नहीं आया तो पुलिस कर्मियों ने उसे खोजना शुरू कर दिया। इस दौरान मेडिकल में तैनात सुरक्षा गार्डों ने भी पुलिस कर्मियों की आरोपी को ढूंढने में काफी मदद की।
संजीवनी नगर थाना पुलिस ने बताया कि बीपी रजक चोरी के मामले में गिरफ्तार हुआ था, उसने एक आर्मी अफसर के घर को निशाना बनाया लेकिन वहां आर्मी अफसर ने उसकी और उसके दो साथियों की जमकर मरम्मत कर दी। उसके दो साथी तो फरार होने में कामयाब हो गए थे लेकिन इसे अफसर ने पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। न्यायालय में पेश करने से पहले पुलिस उसका मुलाहजा कराने अस्पताल पहुंची थी। आदतन चोर होने के कारण उसे बड़ी सफाई से बिना आवाज के खिड़की तोड़ने में भी महारत हासिल थी। फिलहाल आरोपी के घर और उसके छिपने के संभावित ठिकानों पर नजर रखने के निर्देश अलग-अलग थानों की पुलिस को जारी कर दिए गए हैं। पुलिस को यकीन है कि उसे जल्द पकड़ लिया जाएगा।
यह पहली बार नहीं है जब मेडिकल अस्पताल से कोई कैदी या आरोपी फरार हुआ हो, बावजूद इसके कैदियों या आरोपी को लाने-ले जाने की ड्यूटी में तैनात सिपाही गंभीरता नहीं बरतते। फिलहाल इस घटना के बाद पुलिस कर्मियों को कार्रवाई की गाज गिरने का टेंशन सिर चढ़ा हुआ है। जल्द ही रक्षित निरीक्षक द्वारा उन पर कार्रवाई की जाएगी।