संजय गुप्ता, INDORE. टीवी एक्ट्रेस वैशाली ठक्कर सुसाइड केस के मुख्य आरोपी राहुल नवलानी द्वारा पुलिस पर लगाए गए मारपीट के आरोप पर पुलिस ने कोर्ट में अपना प्रतिवेदन दिया है। इसमें पुलिस ने अपनी सफाई में कहा कि पुलिस द्वारा कोई मारपीट नहीं की गई है और आरोपी का लगातार मेडिकल परीक्षण भी कराया गया है। पुलिस पर दबाव बनाने के लिए आरोप लगाए जा रहे हैं। ताकि पुलिस फिर से रिमांड नहीं मांगे। सीसीटीवी कैमरा रिकार्डिंग के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि थाना भवन में शार्ट सर्किट होने से रिकार्डिंग उड़ गई है। पुलिस के इस प्रतिवेदन को कोर्ट ने मंजूर कर लिया है। आरोपी के वकील राहुल पेठे ने इस मामले में अपील करने की बात कही है। उनका कहना है कि रिकार्डिंग तो डीवीआर में होती है, पुलिस ने यह स्पष्ट नहीं किया है कि आखिर सिस्टम में क्या जला है और क्यों रिकार्डिंग नहीं मिल सकती है। बस एक शार्ट सर्किट का फोटो मात्र लगाया गया है।
पुलिस प्रतिवेदन में ये जानकारी दी गई
राहुल को 19 अक्टूबर को गिरफ्तार किया गया था। 20 अक्टूबर को मेडिकल जांच के बाद कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने राहुल को 24 अक्टूबर तक पुलिस रिमांड पर भेजा था। फिर 24 अक्टूबर को आरोपी कोर्ट में पेश हुआ। कोर्ट ने दोबारा 28 अक्टूबर तक पुलिस रिमांड में भेजा। तब भी मेडिकल जांच करवाई गई। इस दौरान मारपीट के कोई सबूत नहीं मिले हैं।
यह लगाए गए थे आरोप
आरोपी जब 28 अक्टूबर को कोर्ट में पेश हुआ, तब उसने कोर्ट में कहा कि पुलिस ने खासकर एसीपी मोतीउर रहमान ने उनसे साथ मारपीट की है। 26 अक्टूबर के दिन यह घटना थाने में हुई है। इस पर कोर्ट ने पुलिस से प्रतिवेदन मांगा था। उल्लेखनीय है कि एसीपी का हाल ही में ट्रांसफर हुआ है।