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BHOPAL. विधानसभा सत्र के दौरान कांग्रेस के आदिवासी विधायक पांचीलाल मेड़ा ने प्रदेश सरकार को घेरने के लिए भोपाल में प्रदर्शन किया था, जिसमें उनका कुर्ता फट गया था। आज यानी 29 सितंबर को फिर से प्रदेश सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करने पर उनका कुर्ता फटा है। कारम डैम में हुए भ्रष्टाचार के बाद स्थानीय किसानों और आदिवासियों की मांग को लेकर विधायक पांचीलाल मेड़ा ने 21 सितंबर से पदयात्रा शुरू की थी, जिसे आज भोपाल पहुंचने के पहले लालघाटी पर पुलिस ने रोक दिया। इससे नाराज विधायक और कार्यकर्ता सड़क पर धरना देने लगे। जानकारी मिलते ही पूर्व सीएम कमलनाथ मौके पर पहुंचे और कांग्रेसियों का साथ देते हुए प्रदेश की शिवराज सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। इस दौरान कांग्रेस नेताओं और पुलिस के बीच कई बार संघर्ष हुआ, जिसमें पांचीलाल मेड़ा का कुर्ता फट गया।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ जी ने कारम डैम घोटाले के विरोध में निकाली जा रही आदिवासी न्याय यात्रा को संबोधित किया। pic.twitter.com/yw2k9KTp9E
— MP Congress (@INCMP) September 29, 2022
ऐसे फटा कांग्रेस विधायक का कुर्ता
आदिवासी न्याय यात्रा धार जिले के कारम डैम से शुरू हुई थी। यात्रा ने आज भोपाल स्थित राज्यपाल भवन के लिए कूच किया। लेकिन यात्रा को राज्यपाल भवन पहुंचने के पहले पुलिस ने बैरिकेटिंग कर रोक दिया। इससे नाराज कार्यकर्ताओं ने धरना दिया, जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ, पूर्व मंत्री सचिन यादव, सुरेन्द्र सिंह बघेल और डॉ. अशोक मर्सकोले समेत बड़ी संख्या में कार्यकर्ता शामिल हुए। कमलनाथ करीब 20 मिनट यहां रहे और फिर चले गए। उनके जाने के बाद कांग्रेस विधायक पांचीलाल मेड़ा और कार्यकर्ताओं ने बैरिकेटिंग पार करने की कोशिश की, जिसमें एक बार फिर विधायक मेड़ा का कुर्ता फट गया। वे फटा कुर्ता पहने हुए ही नारेबाजी कर आगे बढ़े।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ जी कारम डैम घोटाले के विरोध में निकाली जा रही आदिवासी न्याय यात्रा में शामिल हुये और आदिवासियों के हित में आर-पार की लड़ाई लड़ने का वचन दिया। pic.twitter.com/1fpL4iyZI9
— MP Congress (@INCMP) September 29, 2022
सरकार तानाशाही पर उतर आई- विधायक मेड़ा
विधायक मेड़ा ने कहा कि विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान सदन में भी हम इस मुद्दे को उठाने वाले थे, लेकिन सत्तापक्ष ने सदन की नहीं चलने दिया। हमारी बात तक नहीं सुनी जा रही है। सरकार तानाशाही पर उतर आई है। जब तक आदिवासियों को उनका अधिकार नहीं दिया जाता है, तब तक हमारा संघर्ष सदन से सड़क तक यूं ही चलता रहेगा। दरअसल, कारम डैम के निर्माण में हुए भ्रष्टाचार और आदिवासियों को उचित मुआवजा नहीं देने के विरोध में पदयात्रा करते हुए वह राजधानी पहुंचे हैं। वह यहां राज्यपाल मंगुभाई पटेल को ज्ञापन देने के लिए जा रहे थे।
प्रदेश में राज्यपाल आदिवासी है ये गर्व की बात है लेकिन उनके रवैये से पूरा आदिवासी समाज दुखी है, आज कारम डैम घोटाले के विरोध में निकाली जा रही आदिवासी न्याय यात्रा के लोगों से मुलाक़ात के बजाए सरकार के इशारे पर लाठियाँ चलाई गई लेकिन राज्यपाल आँखें मूँद कर बैठे रहे। pic.twitter.com/mt5s8XMnxL
— Dr.Vikrant Bhuria (@VikrantBhuria) September 29, 2022
कमलनाथ ने शिवराज पर बोला हमला
कमलनाथ ने धरना देते कांग्रेसियों को संबोधित करते हुए कहा कि आदिवासियों के साथ प्रदेश में अन्याय हो रहा है। राज्य सरकार भ्रष्टाचार से घिरी हुई है। सीएम शिवराज सिंह की नीयत और नीति अब सबको समझ में आ गई है। धार जिले के कारम डैम भ्रष्टाचार का नतीजा था। उन्होंने आगे कहा कि विधायक पांचीलाल मेड़ा की आदिवासी न्याय यात्रा को कांग्रेस का पूरा समर्थन मिला है। आपकी इस लड़ाई को कांग्रेस हर मोर्चे पर लड़ेगी। हमने विधानसभा के सत्र में भी इस मामले को उठाने और सरकार से इस पर जवाब मांगने की कोशिश की लेकिन सरकार कारम डैम के भ्रष्टाचार और प्रभावितों को न्याय के मामले में कोई चर्चा नहीं करना चाहती थी। इसलिए हमारी बात को अनसुना किया गया।
लालघाटी चौराहे पर पुलिस ने रोका आदिवासी न्याय यात्रा,विधायक पांचीलाल मेड़ा, विक्रांत भूरिया सहित आदिवासी किसान और नेता बैठे रोड पर,बडी संख्या में पुलिस बल मौके पर मौजूद@KHABARBHARAT242 @ani_digital @BJP4MP @aanandjat @Atulsharma19831 @VikrantBhuria @digvijaya_28 pic.twitter.com/176MotW0Ly
— Pradeep Kumar (@Pradeep70208068) September 29, 2022