Jabalpur. जबलपुर के रानीताल क्षेत्र में काफी पुरानी टेलीकॉम फैक्ट्री की जमीन अब प्रशासन वापस लेने जा रहा है। बीच शहर में 68 एकड़ में फैली टेलीकॉम फैक्ट्री की जमीन में से प्रशासन 21 एकड़ जमीन वापस लेने की जुगत में लगा है। फैक्ट्री में अब उतना कामकाज रह नहीं गया है और फैक्ट्री प्रबंधन लीज नवीनीकरण में भी रुचि नहीं दिखा रहा है। जमीन को इसी प्रकार से बीएसएनएल के नाम किया गया है। जिस पर अब जिला प्रशासन ने आपत्ति लेते हुए जमीन वापस लेने की प्रक्रिया तेज कर दी है। नजूल मद की इस जमीन पर अभी पेड़-पौधे और झाड़ियां ही हैं। बाकी जगह पर कर्मचारी आवास बने हुए हैं। राजस्व विभाग ने जमीन का सीमांकन करने के भूअर्जन के लिए जमीन को चिन्हित कर लिया है।
ऐन मौेके पर है बेशकीमती जमीन
रानीताल चौराहे के पास स्थित टेलीकॉफ फैक्ट्री 68 एकड़ से ज्यादा एरिया में संचालित होती है। ज्यादातर हिस्सा रहवासी इलाके के रूप में उपयोग किया जा रहा था। जबकि कुछ हिस्से में ही कारखाना बना है। प्रशासन को जानकारी लगी थी कि नजूल मद की 21 एकड़ भूमि जिस काम से दी गई थी, उसमें इसका उपयोग नहीं किया जा रहा है। इसलिए उसे वापिस लिया जाए। अब करोड़ों रुपए कीमत की इस जमीन को लोक परिसंपत्ति प्रबंधन विभाग के सुपुर्द किया जा रहा है।
पूरे शहर में नहीं इतना बड़ा खाली रकबा
शहर के बीच में शासकीय मद की इतनी बड़ी जगह खाली नहीं है। एक अनुमान के अनुसार इस जगह की कीमत 8 से 10 हजार रुपए वर्गफीट है। ऐसे में यह करोड़ों नहीं बल्कि अरबों रुपए की भूमि है। हालांकि योजना इसे पुनर्घनत्वीकरण योजना में शामिल करने की है। इसके लिए बिड के जरिए जमीन का विक्रय किया जाएगा। इससे मिलने वाली राशि का उपयोग शासन अपने विकास कार्यों में करेगा। लोकसंपत्ति प्रबध्ंान विभाग के प्रभारी ललित ग्वालवंशी ने बताया कि टेलीकॉम फैक्ट्री की 21 एकड़ जमीन को जिस उद्देश्य से आवंटित किया गया था, अब वह नहीं रहा है इसलिए उसे वापस लिया जा रहा है। भूमि लोक परिसंपत्ति प्रबंधन विभाग के सुपुर्द की जाएगी।