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संजय गुप्ता, INDORE. इंदौर में लंबे समय बाद जिला प्रशासन ने बार, पब को जांच करने की जहमत उठाई, लेकिन यह कार्रवाई भी विवादों में आ गई है। क्योंकि कुछ पब में पहुंचकर प्रशासन ने जहां जांच की, एक पब को बंद कराया, वहीं बायपास स्थित एक पब में देर रात तक शराबखोरी चलती रही और इसे झांकने कोई भी टीम नहीं पहुंची। सोशल मीडिया पर इस पब के वीडियो भी वायरल हुए हैं। नाइट कल्चर लागू होने के बाद से ही लगातार बार, पब में हो रही देर रात शराबखोरी को लेकर लगातार सवाल खड़े हो रहे हैं खुद बीजेपी नेता इसका विरोध कर चुके हैं लेकिन अभी तक इस पर लगाम के कोई ठोस प्रयास सामने नहीं आए हैं।
संयुक्त टीम बनाकर पब पर सर्च अभियान चलाया
शनिवार, 22 अप्रैल को देर रात एसडीएम, फूड अधिकारी, रेवेन्यू डिपार्टमेंट और नगर निगम सहित संयुक्त टीम बनाकर देर रात संचालित होने वाले पबों पर सर्च अभियान चलाया। टीम शोशा क्लब और ‘टिक टॉक टू’ क्लब में पहुंची। प्रशासनिक अधिकारियों की टीम में लाइसेंस बार और समान महत्वपूर्ण दस्तावेज जांच की गई। वहीं दूसरी ओर ‘टिक टॉक टू’ बिना इलेक्ट्रिक सेफ्टी एलओसी के पब को संचालित किया जा रहा था। जिसको लेकर पब को सील किया गया है। हर जगह पब में युवा देर रात तक नशे में झूम रहे थे।
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उधर, देर रात तक परोसी जाती रही शराब
प्रशासनिक टीम ने कुछ जगह जांच कर जमकर अपनी पीठ थपथपाई। वहीं दूसरी ओर बायपास स्थित स्काइलाइन में देर रात तक शराब परोसी जा रही थी। जहां बड़ी संख्या में पब में लोग मौजूद थे। इंदौर में देर रात तक बार, पब का चलना कोई नई बात नहीं है। इसके लेकर कई बार हिदायतें दी गई, कुछ पब को पहले भी सील किया गया, लेकिन समय के साथ वह खुल गए और फिर वही पुराने ढर्रे पर चलने लगे। इसके पूर्व तत्कालीन कलेक्टर पी नरहरि के समय लगातार इन बार, पब की जांच होती थी फिर कलेक्टर मनीष सिंह के समय भी सख्ती हुई और कई पब को बंद किया गया। लेकिन इसके बाद फिर नाइट कल्चर लागू हुआ और फिर इस मामले में शांति पकड़ ली गई।