REWA. विंध्य (VINDHYA) की जनता के लिए वरदान साबित हुए श्याम शाह चिकित्सा महाविद्यालय (SHYAM SHAH MEDICAL COLLEGE) की ओर खुशखबरी है। यहां आने वाले तीन सालों में नौ विशेषज्ञ चिकित्सक मिलेंगे। ये चिकित्सक चर्म रोग (DERMATOLOGY) के विशेषज्ञ होंगे। जानकारी के मुताबिक यहां के श्याम शाह चिकित्सा महाविद्यालय के चर्म रोग विभाग को लंबे समय बात स्नातकोत्तर (POST GRADUATE) स्तर की 03 सीटें प्रदान की गई है। दावा किया जा रहा है कि यह पहली बार है जब प्रदेश के इंदौर और रीवा चिकित्सा महाविद्यालय को ही यह सौगात दी गई।
देखने आई थी एनएमसी की टीम
चर्म रोग विभाग में स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम (COURSE) शुरू करने के लिए श्याम शाह चिकित्सा महाविद्यालय ने राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान आयोग (INDIAN MEDICAL COMMISSION ) को आवेदन किया था। इसके बाद वहां की टीम ने चिकित्सा महाविद्यालय का निरीक्षण किया। इसके बाद स्वीकृति दी है। सीएमओ डॉ यत्नेश त्रिपाठी ने मीडिया को बताया कि यह उपलब्धि अधिष्ठाता डॉ. देवेश सारस्वत ने इस और अथक प्रयास किए जिससे यह संभव हो पाया।
अभी तीन सीनियर चला रहे थे डिपॉर्टमेंट
इससे पूर्व चर्म रोग विभाग में तीन वरिष्ठ चिकित्सक पदस्थ थे। स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम की अनुमति मिलने के बाद 03 कनिष्ठ चिकित्सकों आएंगे। आगामी 3 वर्षों में 9 अतिरिक्त चिकित्सक चर्म रोग विभाग को मिलेंगे। इससे चर्म रोगियों को उपचार प्रदान करने में संजय गांधी स्मारक चिकित्सालय को अधिक सहूलियत होगी।इस उपलब्धि के लिए सभी फैकल्टी एवं स्टाफ ने अधिष्ठाता डॉ. देवेश सारस्वत सहित चर्म रोग विभाग को बधाई दी है।
लंबे समय से की जा रही थी मांग
चर्म रोग विभाग में चिकित्सकों की संख्या भी कम थी। मरीज अधिक पहुंच रहे थे। सिर्फ तीन डॉक्टरों के भरोसे ही विभाग चल रहा था। पीजी सीटें शुरू करने की यहां अत्यधिक आवश्यकता था। पीजी सीटों को लेकर लंबे समय से डिमांड की जा रही थी। बताया गया है श्याम शाह चिकित्सा महाविद्यालय में 19 साल पहले चर्म रोग विभाग अस्तित्व में आया था। महाविद्यालय में 1 जून 2009 को चर्म रोग विभाग शुरू हुआ था।
59 साल पहले स्थापित हुआ था महाविद्यालय
रीवा का चिकित्सा महाविद्यालय आज से 59 साल पहले स्थापित किया गया था। इस महाविद्यालय की आधिकारिक वेबसाइट अनुसार श्याम शाह चिकित्सा महाविद्यालय रीवा की स्थापना 1963 में की गई थी। पहले बैच में 60 छात्रों ने दाखिला लिया था। 2016 तक 100 स्नातक और 50 स्नातकोत्तर कोर्स चल रहे थे। वर्ष 2020-21 से 125 स्नातक और 77 स्नातकोत्तर कोर्स चालू हो गए।