Jabalpur. जबलपुर का रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय अपनी नाकामियों से उबर ही नहीं पा रहा है। बीते दिनों विश्वविद्यालय परिसर में बमबाजी की घटना हुई। जिसके बाद देवेंद्र छात्रावास के असामाजिक तत्वों पर नकेल कसने काफी कवायद हुई, नए और सख्त नियम बनाए गए। लेकिन अब छात्रावास के छात्रों पर रैगिंग का आरोप लगा है। जिसकी शिकायत एग्रीकल्चर के एक छात्र ने कुलपति और विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की एंटी रैगिंग कमेटी को शिकायत दी है।
मारपीट और धमकी के आरोप
जानकारी के मुताबिक एग्रीकल्चर के छात्र अभिषेक तिवारी ने बीती 24 मार्च को कुलपति को एक शिकायत दी थी जिसमें आरोप था कि देवेंद्र छात्रावास के सीनियर हॉस्टलर्स ने उसके साथ मारपीट की। उसके कपड़े उतरवाए गए और जबरदस्ती पैर छूने के लिए बाध्य किया गया। इतना समय बीत जाने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। बाद में जब विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की एंटी रैगिंग कमेटी तक मामला पहुंचा। तब जाकर विश्वविद्यालय प्रशासन ने मामले की जांच शुरू की है।
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पीड़ित छात्र के खिलाफ भी शिकायत पहुंची
इधर मामला गर्माने के बाद पीड़ित छात्र अभिषेक तिवारी के खिलाफ भी हॉस्टल के फर्स्ट ईयर के 4 छात्रों ने उसके खिलाफ डराने-धमकाने और प्रताड़ित करने के आरोप लगाए हैं। माना यही जा रहा है कि आरोपी छात्रों ने हॉस्टल की यूनिटी का फायदा उठाते हुए पीड़ित के खिलाफ फर्स्ट ईयर के छात्रों से झूठी शिकायत करवाई है। हालांकि विश्वविद्यालय प्रशासन ने उभयपक्षों के बयान लेना शुरू कर दिया है।
बमबाजी के बाद बदले यह नियम
बता दें कि यूनिवर्सिटी में बीते दिनों हुई बमबाजी के बाद प्रशासन ने कई कदम उठाए हैं। विश्वविद्यालय की कैंटीन बंद करा दी गई है। प्रत्येक हॉस्टल के छात्र का पुलिस वैरीफिकेशन कराना अनिवार्य करा दिया गया है। वहीं हॉस्टल में असामाजिक तत्वों का डेरा होने के आरोपों के चलते अनेक बार औचक निरीक्षण भी कराया जा चुका है। दरअसल बमबाजी कांड के बाद अनेक छात्र संगठनों ने विश्वविद्यालय में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर ज्ञापन सौंपा था और कार्रवाई की मांग की थी।