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मनीष कुमार मारू, AGAR MALWA. आगर-मालवा में 15 दिसंबर को इंदौर कोटा नेशनल हाईवे पर कीटखेड़ी जोड़ के पास मेघवाल समाज के जिला अध्यक्ष रमेशचंद्र वर्मा पर अकरम, सलीम अरमान समेत कई लोगों ने जानलेवा हमला किया गया था।हमले में वर्मा की मौत हो गई थी। हमला करने वाले आरोपियों के अवैध मकानों को तोड़ने की कार्रवाई प्रशासन ने शुरू कर दी है। 26 दिसंबर (सोमवार) को परसुलिया चौराहे के पास मैना रोड पर बने 1 आरोपी अकरम के अवैध मकान के हिस्से पर प्रशासन ने जेसीबी मशीन चलाते हुए उसे तोड़कर औपचारिक कार्रवाई की।
कार्रवाई के दौरान ये अधिकारी रहे मौजूद
इस दौरान सुसनेर एसडीएम सोहन कनाश, एसडीओपी पल्लवी शुक्ला, तहसीलदार विजय सेनानी टीआई विजय सागरिया, नगर परिषद सीएमओ जगदीश भेरवे और बड़ी संख्या में पुलिस बल नगर परिषद के कर्मचारी मौजूद रहे।
अवैध तरीके से आरोपी ने जमीन पर कर लिया था कब्जा
एसडीएम सोहन कनाश ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि राजीव गांधी आश्रय योजना साल 1998 के तहत वहीदन बी पति नन्ने खा के नाम पर आवासीय पट्टा दिया गया था। उसी जमीन पर आरोपी ने बिना अनुमति के दुकान बना ली थी। इसके साथ ही उसने व्यापार शुरू कर दिय था। इसके चलते उसके अवैध निर्माण को तोड़ने की कार्रवाई की गई।
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15 दिसंबर की रात किटखेड़ी जोड़ पर किया था हमला
15 दिसंबर की रात में नेशनल हाइवे पर किटखेड़ी जोड़ पर असामाजिक तत्वों ने धारदार हथियारों से मेघवाल समाज के जिलाध्यक्ष डॉ. रमेशचंद्र वर्मा पर हमला कर दिया था। हमले में घायल होने के बाद उज्जैन के एक निजी हॉस्पिटल में वर्मा का इलाज चल रहा था, इलाज के दौरान रमेशचंद्र वर्मा ने दम तोड़ दिया। इसके बाद मामले ने तूल पकड़ लिया। मेघवाल समाज और भीम आर्मी ने मृतक के शव को सुसनेर में नेशनल हाइवे पर रखकर प्रदर्शन किया था। इस दौरान प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने खदेड़ा था।
प्रदर्शनकारियों की ये थी मांगें
मेघवाल समाज के जिलाध्यक्ष रमेशचंद्र वर्मा के परिजन ने प्रदर्शनकरियों के साथ एसडीएम और एसडीओपी को ज्ञापन दिया था। यहां उन्होंने परिजन के लिए 1 करोड़ का मुआवजा, परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी और हमला करने वाले आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई के साथ उनके मकानों को तोड़ने की मांग की थी। अब प्रशासन ने कार्रवाई की है।