Jabalpur. जबलपुर के रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय के कारनामे दुनिया में जगजाहिर हैं, अब यहां का एक नया कारनामा न तो प्रबंधन के गले उतर रहा है और न ही वह इसे उगल पा रहा है। दरअसल विश्वविद्यालय प्रबंधन और स्थापना को संभालने वाले जिम्मेदारों को इतना भी होश नहीं था कि एक डायरेक्टर लेवल की सीनियर महिला प्रोफेसर को वे रिटायर करना ही भूल गए। वो तो किसी कारणवश महिला प्रोफेसर की सर्विस बुक को पलटाकर देख लिया गया तो 3 माह बाद ही सही विश्वविद्यालय की यह गलती उजागर हो गई।
दरअसल नियमों के मुताबिक विश्वविद्यालय की एचआरडीसी सेंटर की प्रभारी डायरेक्टर डॉ राजेश्वरी राणा को अगस्त में ही रिटायर हो जाना था। लेकिन नियम के ही तहत रिटायरमेंट के 6 माह पहले अधिकारी-कर्मचारियों को स्थापना की ओर से नोटिस दिया जाता है। ताकि वे अपनी सर्विस बुक के समस्त दस्तावेजों को अपडेट करा सकें जिससे पेंशन भुगतान में उन्हें कोई समस्या न हो। कुर्सी की गर्माहट कहें या फिर सरकारी मलाई की चर्बी का असर विश्वविद्यालय के स्थापना विभाग ने यह इंटीमेट करना ही मुनासिब नहीं समझा। जब यह गलती पकड़ में आई तो अब विश्वविद्यालय प्रबंधन मामले की जांच कर लापरवाही बरतने वाले कर्मचारी अधिकारी पर कार्रवाई की बात कह रहा है।
विश्वविद्यालय के कुलसचिव ब्रजेश सिंह ने बताया कि 2 दिन पहले यह घटनाक्रम संज्ञान में आया है। जिसकी पूरी जांच होगी, दूध का दूध और पानी का पानी होगा, आखिर अगस्त माह से अब तक रिटायरमेंट की जो प्रक्रिया संबंधित के पक्ष में होनी थी, वह क्यों नहीं हुई। जो भी होगा स्पष्ट किया जाएगा और दोषी के खिलाफ कार्रवाई भी होगी।