Jabalpur. जबलपुर की व्हीकल फैक्ट्री सुरंगरोधी वाहन एमपीवी का इस प्रकार का अपग्रेड वर्जन तैयार कर ही है जिसमें ने केवल आधुनिक डिजिटल डिवाइस लगी होंगी, बल्कि यह अत्याधुनिक वाहन एंबुलेंस की सुविधाओं से भी लैस होगा। जो दुश्मन से लड़ते समय घायल सैनिकों को सुरक्षित अस्पताल भी पहुंचाएगा।
नक्सली क्षेत्रों में जमीन में बिछाई गई बारुदी सुरंगों के विस्फोट में एमपीवी बेहद कारगर साबित होता है। यह कई किलो बारूद के विस्फोट को सहन कर सकता है। इसमें बैठे सैनिक किसी विस्फोट से सुरक्षित रहते हैं। वहीं सेना ने एमपीवी को अन्य सुविधाओं से लैस करने की मांग की है। जिसे ध्यान में रखते हुए व्हीकल फैक्ट्री जबलपुर में इस बाबत रिसर्च शुरू किया गया है।
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फैक्ट्री की रिसर्च एंड डेवलपमेंट टीम सुरंग रोधी वाहन को एंबुलेंस के तौर पर विकसित कर रही है। जिस सीट पर सैनिक बैठते हैं, उसमें एक तरफ स्ट्रेचर और दूसरी तरफ चिकित्सक और हथियारबंद सैनिकों के बैठने की व्यवस्था की जा रही है। इसका प्रोटोटाइप तैयार किया गया है। यह बेहद मजबूत आर्मर्ड शीट से बना है। फ्रंट और साइड कांच से लेकर टायर तक बुलेटप्रूफ है। बड़ी से बड़ी बारूदी सुरंग के विस्फोट से भी इस पर कोई असर नहीं पड़ता।
इस वाहन में कई तरह के प्रयोग फैक्ट्री में चल रहे हैं। इसे डिजिटल स्वरूप भी दिया जा रहा है। इसका मकसद सैनिकों को सुरक्षित रखने के साथ-साथ दुश्मन के इलाके में निगरानी करना भी है। इसलिए ड्रोन कैमरे, जेमर समेत अन्य उपकरणों से इसे सुसज्जित किया जा रहा है। फैक्ट्री की रिसर्च एंड डेवलपमेंट विंग इसे रिकवरी वाहन के रूप में भी तैयार कर रही है।
व्हीएफजे के जनसंपर्क अधिकारी रामेश्वर मीणा ने बताया कि जरूरत के हिसाब से एमपीवी के वेरिएंट तैयार किए जा रहे हैं। इसे एंबुलेंस और रिकवरी वाहन के तौर पर विकसित करने की योजना बनाई गई है। प्रोटोटाइप तैयार होगा। इसमें डिजिटल उपकरण लगाए जाऐंगे। यह सैनिकों को हर तरह से सहायता मुहैया कराएगा।