बाढ़ से जलमग्न हुए 1225 गांव: सीएम शिवराज की अमित शाह से बात, अब तक 5950 लोग निकले सुरक्षित

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बाढ़ से जलमग्न हुए 1225 गांव: सीएम शिवराज की अमित शाह से बात, अब तक 5950 लोग निकले सुरक्षित

मध्य प्रदेश के ग्वालियर-चंबल संभाग में बाढ़ ने कहर बरपा दिया है। पूरे हालात पर राज्य सरकार समेत केंद्र की भी नजर बनी हुई है। प्रधानमंत्री, रक्षामंत्री से लेकर गृहमंत्री तक बाढ़ के हालातों की खबर ले चुके हैं। वहीं सीएम शिवराज ने बुधवार को बताया कि चंबल,क्वांरी नदियों से प्रभावित मुरैना के 13 गांव बाढ़ ग्रस्त हैं। अब तक 250 से अधिक लोगों को सुरक्षित निकाला गया है और 200 व्यक्तियों के लिए बचाव कार्य जारी है। क्वांरी, सीप, पार्वती नदियों में आई बाढ़ के कारण श्योपुर के 30 ग्राम बाढ़ प्रभावित हैं। अब तक लगभग 1000 से अधिक व्यक्तियों को सुरक्षित निकाल लिया गया है। वर्तमान में ग्राम जवालापुर, भेरावदा, मेवाड़ा, जातखेड़ा में फंसे लगभग 1 हजार लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए अभियान जारी है।

तेजी से चल रहा रेस्क्यू ऑपरेशन

शिवराज सिंह ने कहा कि प्रदेश में बाढ़ की स्थिति को लगातार मॉनिटर कर रहा हूं। अभी आई जी चंबल, आईजी ग्वालियर और बाढ़ ग्रस्त क्षेत्र के जिला प्रशासन से फोन पर चर्चा की है। सभी स्थानों पर रेस्क्यू ऑपरेशन तेजी से चल रहा है। रातभर चले रेस्क्यू ऑपरेशन में काफी लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है। उन्होंने कहा कि केंद्रीय गृहमंत्री ने आश्वस्त किया कि केंद्र सरकार, मध्यप्रदेश के साथ है और बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में फंसे नागरिकों को रेस्क्यू करने में जो भी आवश्यकता होगी, उसमें केंद्र पूरा सहयोग करेगा।

240 गांव से 5950 लोग निकले सुरक्षित

शिवराज सिंह ने कहा, ''मैंने प्रधानमंत्री को बताया कि श्योपुर में कुछ स्थानों पर प्रभावित मोबाइल टॉवरों के कारण संपर्क करने में परेशानी आ रही है। ग्वालियर-गुना रेलवे ट्रैक बंद है। प्रधानमंत्री ने आश्वस्त किया कि केंद्र सरकार राहत एवं बचाव कार्य में प्रदेश की हरसंभव सहायता करेगी।'' सीएम ने कहा, ''उत्तरी मध्यप्रदेश में बाढ़ की स्थिति गंभीर है। शिवपुरी, श्योपुर, दतिया, ग्वालियर, गुना, भिंड और मुरैना ज़िलों के 1,225 गांव प्रभावित हैं। 240 गांव में SDRF, NDRFHQ, भारतीय सेना, ने मिलकर लगभग 5,950 लोगों को सुरक्षित निकालने में सफलता प्राप्त की है।''

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