Damoh. दमोह जिले के हटा ब्लॉक के लुहारी गांव में बने मंदिर में विराजमान माता अंजनी की प्रतिमा की आंखों से पानी की धार आंसू की तरह निकल रही है। जिसे लोगों ने चमत्कार मान लिया उसके बाद यहां भजन, कीर्तन का क्रम शुरू हो गया। माता की प्रतिमा से एक आंख से आंसू निकलने का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस घटना के बाद मंदिर में सैकड़ों लोगों की भीड़ जमा हो गई और महिलाओं ने देवी भजन गाना शुरू कर दिए। धीरे-धीरे पूरे जिले में यह खबर फैल चुकी है। हालांकि इसका कोई वैज्ञानिक कारण भी हो सकता है पुरातत्व विभाग के अधिकारी के अनुसार वाष्पीकरण से ऐसा हो सकता है बाकी लोगों की आस्था सवाल है।
बता दें कि पूरे जिले में हनुमान जी की मां माता अंजनी का एक मात्र मंदिर हटा के लुहारी गांव में खेतों के बीच सुनसान इलाके में बना है। जहां पूरे गांव के लोग पूजन करने आते हैं। सुबह लुहारी गांव का एक युवक हेमराज सिंह लोधी माता के दर्शन करने गया तो उसने माता की प्रतिमा की एक आंख से आंसू बहते देखे। पहले उसे यह भ्रम लगा, लेकिन इसके बाद लगातार एक आंख से आंसू बहते चले गए जिसकी सूचना उसने अपने परिचितों को दी।
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कुछ ही देर में यह खबर गांव में फैल गई और महिला, पुरूष बड़ी संख्या में मंदिर पहुंच गए और भजन, कीर्तन शुरू हो गया और अपनी मन्नतों के नारियल भी बांधे जाने लगे। एक महिला को यहां देवी का भाव भी आने लगा जिसने कहा कि माता का मंदिर काफी छोटा है इसे बड़ा बनवाया जाए और माता का आदेश बताकर आसपास की जमीन से कब्जा छोड़ने की बात कहने लगी। जैसे-जैसे लोगों को जानकारी मिलती गई वह मंदिर पहुंचते गए।
वाष्पीकरण से पानी की बूंद निकलना संभव है
इस संबंध में रानी दमयंती पुरातत्व संग्रहालय के परिचायक सुरेंद्र चौरसिया का कहना है कि यदि प्रतिमा प्राचीन है तो उनके रिकार्ड में दर्ज होती है, इसलिए इसके बारे में जानकारी नहीं है, लेकिन यदि प्रतिमा नई है तो वाष्पीकरण के कारण पानी की बूंद निकल सकती है। बाकी लोगों की आस्था का सवाल है, वह उसे किस नजरिये से देखते हैं। यदि यह प्रतिमा प्राचीन होती तो वह संरक्षित भी होती और उनके रिकार्ड में इसकी जानकारी होती। इसलिए आस्था के बारे में कुछ कहा नहीं जा सकता बाकी वाष्पीकरण ही एक कारण हो सकता है जिसमें पानी की बूंद निकल सकती हैं।