JABALPUR. मध्यप्रदेश हाईकोर्ट में 7 नए जजों की नियुक्ति हुई है। इन सभी नवनियुक्त जजों को मध्यप्रदेश हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस रवि मलिमठ ने सोमवार, 1 मई को शपथ दिलाई। शपथ ग्रहण समारोह हाईकोर्ट के साउथ ब्लॉक सभागार में हुआ। इन 7 नए जजों की नियुक्ति के बाद मप्र हाईकोर्ट में जजों संख्या बढ़कर 37 हो गई है। वर्तमान में जजों के कुल 53 पद स्वीकृत हैं। यानी अभी 16 पद खाली हैं।
इस तरह चली प्रोसेस
जानकारी के अनुसार चीफ जस्टिस की अध्यक्षता वाले हाईकोर्ट कॉलेजियम ने सात नाम सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम को भेजे थे। सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने नामों पर विचार करने के बाद 13 अप्रैल को मंजूरी देते हुए इन्हें हाईकोर्ट जज बनाने की अनुशंसा की थी। राष्ट्रपति की मुहर के बाद विधि एवं कानून मंत्रालय ने गुरुवार, 27 अप्रैल को अधिसूचना जारी कर दी थी।
ये भी पढ़ें...
छह जजों का इसी साल रिटायरमेंट
जानकारी के मुताबिक सोमवार को 7 जजों की नियुक्ति हाईकोर्ट में हुई है। जिसके बाद जजों की संख्या 37 हो गई है, लेकिन मध्यप्रदेश हाईकोर्ट में इसी साल 6 जजों का रिटायरमेंट भी होना है। हाल ही में मध्यप्रदेश हाईकोर्ट में जस्टिस वीरेंद्र सिंह 14 अप्रैल को रिटायर हो गए हैं, जबकि जस्टिस अंजलि पालो 18 मई, जस्टिस अरुण शर्मा 28 जुलाई, जस्टिस नंदिता दुबे 16 सितंबर, जस्टिस राजेंद्र वर्मा 30 जून, जस्टिस दीपक अग्रवाल 20 सितंबर और सत्येंद्र सिंह 23 अक्टूबर को रिटायर हो जाएंगे।
नए जजों का अब तक का कार्यकाल
- रूपेश चंद्र वाष्णेय, 28 सितंबर 1987 से
नए जजों का संक्षिप्त परिचय
- रूपेश चंद्र वैष्णव - मध्यप्रदेश में जिला कोर्ट में जज रहे हैं। मूलतः उत्तर प्रदेश के रहने वाले रूपेश चंद्र ने बीए की पढ़ाई के बाद वकालत की पढ़ाई की। इसके बाद वह न्यायिक सेवा से जुड़ गए।