Jabalpur. जबलपुर में धान उपार्जन के लिए समिति सदस्यों द्वारा मनमाने ढंग से खरीदी केंद्र बनाने के आरोप लगे थे। जिसके बाद जिला कलेक्टर ने खाद्य आपूर्ति अधिकारी, विपणन अधिकारी समेत अनेक अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किए हैं। शिकायत मिली थी कि कुछ खरीदी केंद्र नियमों को ताक पर रखकर बना दिए गए थे। जिले में धान उपार्जन के लिए 100 खरीदी केंद्र बनाए गए हैं। जिसका जिम्मा उपार्जन के लिए बनाई गई कमेटी के पास था।
धान उपार्जन के लिए बनाई गई कमेटी के प्रमुख सदस्यों में जिला आपूर्ति नियंत्रक कमलेश टांडेकर, जिला विपणन अधिकारी रोहित सिंह बघेल, वेयर हाउसिंग एंड लॉजिस्टिक्स कॉर्पोरेशन के जिला प्रबंधक सखाराम निमोदा समेत अन्य लोग शामिल हैं। इन सभी पर आरोप लगा है कि इन्होंने 2022-23 में समर्थन मूल्य पर धान उपार्जन के लिए पूर्व से निर्धारित खरीदी केंद्र में शासन द्वारा निर्धारित प्रक्रिया के प्रतिकूल जाकर परिवर्तन किया। इसके लिए सक्षम अधिकारी की अनुमति भी नहीं ली गई। जबकि कलेक्टर ने पहले ही निर्देशित किया था कि कलेक्टर की अनुमति के बिना किसी भी उपार्जन केंद्र में बदलाव न किया जाए।
डीएम की ओर से जारी नोटिस में कहा गया है कि उपार्जन समिति के सदस्यों की मनमानी की वजह से किसानों को परेशान होना पड़ा, जिसे लेकर किसानों में नाराजगी है। जिला प्रशासन ने उपार्जन समिति के सदस्यों से इस कृत्य को शासकीय कार्य में की गई लापरवाही और मनमानी का परिचायक माना है। ताज्जुब की बात यह है कि कलेक्टर की ओर से दी गई मोहलत खत्म होने के बाद भी अधिकारियों की ओर से कोई जवाब भी नहीं दिया गया है।