राहुल उपाध्याय, Katni. यहां के रंगनाथ नगर थाना इलाके में फिल्मी स्टाइल में हुई डकैती की घटना से सनसनी मच गई। 26 नवंबर को 7 से 8 डकैत मुंह पर मास्क और हेलमेट लगाए हाथ में पिस्तौलें लिए मणप्पुरम गोल्ड लोन के दफ्तर में दाखिल हुए और संस्थान के स्टाफ के साथ बंदूक की नोंक पर मारपीट करने लगे। कर्मचारी कुछ समझ पाते उससे पहले ही सभी ऊपर पिस्तौलें तन चुकी थीं। इस बीच डकैती के इरादे से पहुंचे युवकों ने कैशियर को सपड़ में लिया और उसे मारते पीटते और धमकाते हुए तिजोरी में रखा करीब 15 किलो सोना और 4 लाख नगदी लेकर फरार हो गए। जाते वक्त डकैत संस्थान के स्टाफ की एक गाड़ी भी ले उड़े। सूचना पर मौके पर तत्काल पुलिस बल पहुंच गया और तफ्तीश शुरू कर दी। पुलिस ने इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरे खंगालना शुरू कर दिया है। वहीं डकैती के आरोपियों को पकड़ने शहर में नाकेबंदी करा दी गई।
नहीं था कोई सुरक्षा गार्ड
लाखों के वित्तीय लेनदेन के बावजूद संस्थान द्वारा मौके पर सुरक्षा गार्ड भी तैनात नहीं कराया गया था। कंपनी के स्टाफ ने बताया कि मणप्पुरम गोल्ड लोन के किसी भी दफ्तर में कंपनी ने सुरक्षा गार्ड नहीं रखे हैं। सालों से यहां ऐसे ही काम चल रहा था। शायद इस बात की जानकारी आरोपियों को भी थी इसलिए उन्होंने वारदात के लिए इस संस्थान को चुना।
पुलिस कप्तान ने बताया कि संस्थान के सीसीटीवी कैमरे के फुटेज देखने में 4 से 6 आरोपी नजर में आ रहे हैं, जिनमें से दो के पास देशी कट्टे जैसे हथियार दिखाई दे रहे हैं। पुलिस ने ऑफिस के स्टाफ के साथ मारपीट की बात से इनकार किया है वहीं संस्थान में सुरक्षा गार्ड न होने को गंभीर चूक माना है। फिलहाल कितने किलो सोने पर डाका डाला गया इसकी पुष्टि पुलिस की ओर से नहीं की गई है पुलिस का कहना है कि थोड़ी-थोड़ी मात्रा में काफी सोना लॉकर में था जिसकी मात्रा पूरी जांच होने के बाद सामने आ पाएगी पुलिस ने लॉकर में से 2 से 3 लाख रुपए नगद डकैतों द्वारा ले जाए जाने की पुष्टि की है।
फिलहाल पुलिस करोड़ों रुपए कीमत के सोने और नगदी की डकैती के इस मामले की तफ्तीश में जुटी हुई है। एसपी ने सभी आला अधिकारियों के साथ मौके का जायजा भी लिया और एक टीम भी गठित कर दी है।