संजय गुप्ता, INDORE. बीएम फार्मेसी कॉलेज की महिला प्रिंसिपल विमुक्ता शर्मा की हालत नाजुक बनी हुई है पूरे शहर में दुआओं का दौर है। दूसरी ओर आरोपी छात्र आशुतोष श्रीवास्तव के खिलाफ गुस्सा। लेकिन अब पुलिस की भूमिका पर भी सवाल खड़े हो गए हैं। महिला प्रिंसिपल के परिवार के साथ ही कॉलेज प्रबंधन की ओर से यह बात सामने आई है कि आरोपी छात्र के व्यवहार और हरकतों को लेकर एक-दो नहीं पूरी तीन शिकायतें लिखित में सिमरोल थाने में हुई थी, जिसे दबा दिया गया। अब पुलिस ने इसे ढंकने के लिए एएसआई संजीव तिवारी को सस्पेंड कर खानापूर्ति कर दी है।
पुलिस ने आरोपी से की पूछताछ शुरू
महिला के परिजनों द्वारा सवाल खड़े किए जा रहे हैं कि क्या इस आरोपी पर सख्त कार्रवाई नहीं होना चाहिए और बुलडोजर नहीं चलना चाहिए? आरोपी छात्र को पुलिस ने उपचार के बाद हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है।
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कब-कब की पुलिस को शिकायतें
- 19 फरवरी 2022 को विमुक्ता शर्मा ने छात्र की थाने में शिकायत की थी कि 14 फरवरी को छात्र कॉलेज परिसर में रस्सी और सुसाइड नोट लेकर आया था, क्योंकि उसका सातवें सेमेस्टर का रिजल्ट सही नहीं था।
संगठनों द्वारा किए जा रहे प्रदर्शन
महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने भी इस मामले में पुलिस की कार्रवाई पर सवाल खड़े किए हैं। महिला के परिजनों ने उन्हें पूरी घटना बताई है। उधर, शिक्षाविदों के साथ ही गुर्जर गौड ब्राह्मण नगर सभा, महिला मोर्चा आदि कई संगठनों द्वारा घटना के विरोध में प्रदर्शन कर ज्ञापन सौंपे है।
कुछ करना है ठानकर गया था आरोपी
आरोपी छात्र से सख्ती से पूछताछ में यह बात सामने आ रही है कि आरोपी छात्र उस दिन कुछ बड़ा कांड करने की सोचकर ही गया था, उसने तेजाजी नगर से बाल्टी ली। फिर बाइक में पेट्रोल फुल कराया। कॉलेज कैंपस पहुंचकर पेट्रोल बाल्टी में निकाला और अंदर जाकर महिला प्रिंसीपल पर डालकर आग लगा दी थी।