Indore. शहर के मेवाती मोहल्ला स्थित एक प्रापर्टी पर कब्जे के दावों के बीच बवाल इस कदर बढ़ गया कि क्षेत्र के विधायक आकाश विजयवर्गीय ने थाने का घेराव कर दिया। महिलाओं और बच्चों से मारपीट का आरोप लगाते हुए उन्होंने वर्ग विशेष को परेशान करने के आरोप तक जड़ दिए। पूरी कार्रवाई में एसआई बी.एस. रघुवंशी को सस्पेंड कर दिया गया। इस बीच विधायक से मीडिया से पूछा बल्ला फिर चलाएंगे क्या तो उन्होंने कहा -अब जो भी चलाना होगा चलाएंगे।
मामला दरअसल एमजी रोड थाना क्षेत्र के मेवाती मोहल्ला का है । यहां एक बेनामी प्लॉट पर कुछ परिवार बरसों से रह रहे हैं। पहले यहां जर्जर मकान थे विधायक इनकी मरम्मत करवा रहे हैं। इस संपत्ति को लेकर अकील और आरिफ नाम के व्यक्ति ने अपना बताया और कोर्ट के फैसले की प्रति लेकर पुलिस के पास पहुंचे। गुरुवार दोपहर मौके पर पहुंचे पुलिस वालों ने महिलाओं और बच्चों को बाहर करना शुरू कर दिया। कुछ देर बाद एसआई भी बल लेकर पहुंच गए। कार्यकर्ताओं की सूचना पर विधायक ने अफसरों को फोन लगाया लेकिन उन्होंने पुलिस भेजने से मना कर दिया। नाराज विधायक अपने समर्थकों के साथ थाने पहुंच गए और पिटाई का विरोध कर दोषी पुलिस वालों पर कार्रवाई के लिए अड़ गए। विधायक ने आरोप लगाया कि पुलिस मुस्लिमों की मदद कर रही है। छोटी सी जगह का कब्जा लेने के लिए 22 पुलिस वाले पहुंच गए। बाद में डीसीपी धर्मेंद्रसिंह भदौरिया ने एसआई को सस्पेंड कर दिया। पुलिस का कहना है कि कोर्ट ने परिवादियों के पक्ष में फैसला सुनाया है, इसलिए फीस जमा कर डीआरपी लाइन से पुलिस बल लिया था। एमजी रोड थाने की पुलिस व्यवस्था संभालने गई थी।
संपत्ति खाली करने के लिए बना रहे हैं दबाव
रहवासियों के मुताबिक यहां बने छोटे-छोटे मकानों को खाली करवाने के लिए कुछ लगातार दबाव बना रहे हैं। कई बार घरों पर पथराव होता है। घबराकर तीस परिवार तो चले गए । हम दस परिवार और बचे हैं। हमें भी मजबूर किया जा रहा है।