इंदौर के देवी अहिल्याबाई एयरपोर्ट (Indore airport) पर 6 सितंबर को हड़कंप मच गया। यहां एक महिला यात्री के बैग से मानव खोपड़ी और हड्डियां मिली। महिला उज्जैन (Ujjain) की साध्वी है। उन्होंने बताया कि कोरोना से उनके एक साथी साधु की मौत हो गई थी। इस कारण उनकी खोपड़ी और हड्डियों को विसर्जन के लिए हरिद्वार (haridwar) ले जा रही थी। लेकिन एयरपोर्ट प्रबंधन ने साध्वी को खोपड़ी और हड्डियां ले जाने की अनुमति नहीं दी।
स्क्रीनिंग में पकड़ी गई
साध्वी योगमाता सचदेवा (ujjain Sadhvi) सोमवार सुबह एयरपोर्ट पहुंचीं। स्क्रीनिंग के दौरान उनके बैग में कुछ संदेहजनक नजर आया। इसके बाद जब उनका बैग खुलावाया गया तो बैग में हड्डियां और खोपड़ी थी। नियमानुसार साध्वी को हड्डियां ले जाने की अनुमति नहीं मिली। जिसके बाद उन्होंने अपने परिचित को बुलाकर मानव खोपड़ी सौंप दी और शाम की उड़ान से रवाना हुई।
प्रबंधन से पूर्व अनुमति जरुरूी
प्रबंधन के अनुसार DGCA के नियमों के अनुसार यात्री इस तरह से अस्थियां लेकर यात्रा नहीं कर सकते है। उन्हें इसके लिए पूर्व अनुमति लेना होती है। जिसे भी वे लोग हैंड बैग में ले जा सकते है जबकि महिला इसे मुख्य लगेज में ले जा रही थी।