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देव श्रीमाली, GWALIOR. शराब के नए ठेकों में आबकारी विभाग को ग्वालियर में बीते साल की तुलना में 28 करोड़ रुपए ज्यादा मिले, लेकिन भांग के ठेके लेने में किसी ठेकेदार ने रुचि नहीं दिखाई। बोली कम होने के कारण दुकानों की नीलामी नहीं हो सकी।
शराब में सात फीसदी राजस्व बढ़ा
सहायक आबकारी आयुक्त संदीप शर्मा ने बताया कि ग्वालियर जिले में आबकारी विभाग ने गत वर्ष की अपेक्षा 28 करोड़ अधिक राजस्व प्राप्त कर मदिरा दुकानों का निष्पादन किया है। वित्तीय वर्ष 2022-23 में 398 करोड़ के विरुद्ध वर्ष 2023-24 के लिए 426 करोड़ रुपए में मदिरा दुकानों का निष्पादन हुआ है, जो कि गत वर्ष की तुलना में 7 प्रतिशत अधिक है। मदिरा समूहों का नवीनीकरण, लॉटरी और चार चरणों के ई-टेंडर के बाद विभाग द्वारा 45 समूह की समस्त 112 मदिरा दुकानों का निष्पादन कलेक्टर की अध्यक्षता में जिला समिति द्वारा किया गया है।
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भांग दुकानों के ठेके होल्ड पर
भांग उपभोक्ताओं की घटती संख्या के कारण इसकी दुकानों के ठेके नहीं हो सके। बताया गया कि इसकी वजह ठेकेदारों द्वारा इसकी निविदा उठाने में अरुचि दिखाना रहा। शर्मा का कहना है कि ग्वालियर जिले की 9 भांग दुकानों के लिए विगत वर्ष 68 लाख रुपए के विरूद्ध लगभग 67 लाख रुपए के टेंडर ही प्राप्त हुए, जो वर्ष की तुलना में एक लाख रुपए कम है। इसके चलते इसे होल्ड करना पड़ा। अब इसकी आगामी टेंडर प्रक्रिया की जा रही है।
आहातों का निरीक्षण करने पहुंचे कलेक्टर
शराब दुकानों के पास आहते बंद कराने के निर्णय का पालन ग्वालियर जिले में सख्ती के साथ किया जा रहा है। कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह ने आहतों का निरीक्षण किया। उनके साथ सहायक आबकारी आयुक्त संदीप शर्मा, नगर निगम उपायुक्त अमरसत्य गुप्ता एवं आबकारी विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।
सभी अहाते हुए बंद
सहायक आबकारी आयुक्त ने बताया कि शासन के निर्णय के परिपालन में आबकारी विभाग द्वारा संपूर्ण जिले में आहतों को बंद कराने की कार्रवाई की गई है। इसके साथ ही सभी 112 दुकानों पर आवश्यक सूचना भी प्रदर्शित कर दी गई है। विभाग की ओर से उदघोषणा के माध्यम से भी आमजनों को शासन के निर्णय की सूचना और चेतावनी दी जा रही है।