Bhopal. मध्यप्रदेश में आयुष्मान भारत योजना के नाम पर लगातार धांधली सामने आ रही है। अब तक कई अस्पतालों में गड़बड़ी उजागर हो चुकी है, जिसकी शिकायतें भी सामने आती हैं। इसे लेकर शिवराज सरकार ने अब सख्त कदम उठाया है। राज्य सरकार आयुष्मान योजना में फर्जीवाड़ा रोकने ऑडिट कराएगी। जिससे योजना में फर्जीवाड़े का खुलासा हो सके। इसके अलावा आयुष्मान भारत योजना में ही फर्जीवाड़े को लेकर वैष्णो मल्टी स्पेशलिटी अस्पताल के संचालक विवेक परिहार पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है।
भ्रष्टाचार रोकने सरकार कराएगी ऑडिट
आयुष्मान भारत योजना में फर्जीवाड़ा रोकने के लिए राज्य सरकार ऑडिट कराने वाली है। स्टेट हेल्थ एजेंसी तीन लाख से अधिक इलाज में खर्च होने वाले मरीजों का वेरिफिकेशन होगा। 6 महीने पहले भी राज्य सरकार ने एजेंसी के जरिए वेरिफिकेशन कराया था। अस्पतालों में महंगे इलाज को लेकर भी जांच होगी। कई अस्पतालों में मनमर्जी बिल दिया जा रहा है। जिसके बाद सरकार ने जांच की कवायद तेज कर दी है।
करोड़ों रुपए का फर्जीवाड़ा उजागर
आयुष्मान भारत योजना के नाम पर करोड़ों का फर्जीवाड़ा करने वाले अस्पताल पर राज्य सरकार ने शिकंजा कसा है। आयुष्मान भारत मध्य प्रदेश के सीईओ ने मामला दर्ज करवाया है। क्राइम ब्रांच ने डॉक्टर विवेक परिहार पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है। वैष्णो मल्टी स्पेशलिटी अस्पताल के संचालक विवेक परिहार है। डॉक्टर के एमबीबीएस मार्कशीट की भी जांच होगी। मुख्यमंत्री स्वेच्छा अनुदान योजना में भी फर्जीवाड़ा किया है।