Jabalpur. मध्यप्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय में एकेडमिक कैलेंडर जैसी कोई चीज न होने से यहां के छात्रों की हालत पेंडुलम की तरह हो रही है। समय पर न तो परीक्षाएं होती हैं और न ही रिजल्ट डिक्लेयर किया जाता है। पास हो जाओ तो डिग्री पाने के लिए सालों का इंतजार करना पड़ता है। ताजा मामला बीएएमएस अंतिम वर्ष की परीक्षा का है। जिनका सिलेबस मार्च महीने में ही खत्म हो चुका है। लेकिन 8 महीने बीत चुके हैं और परीक्षाएं एक बार फिर निरस्त कर दी गई हैं। जिम्मेदार जल्द परीक्षा कराने का दावा तो करते रहे हैं, नवंबर-दिसंबर में परीक्षाएं कराई भी जानी थी लेकिन अब परीक्षाओं को आगामी आदेश तक निरस्त कर दिया गया है।
विश्वविद्यालय द्वारा बुधवार को इस संबंध में अधिसूचना भी जारी कर दी गई। परीक्षा निरस्त करने के पीछे की वजह बीएएमएस थर्ड ईयर और बीएएमएस फर्स्ट ईयर की परीक्षाओं की आंसरशीट का वैलुएशन बताया जा रहा है। जो कि अभी तक पूरा नहीं हो पाया है।
पीजी में नहीं बैठ पाऐंगे छात्र
बीएएमएस के छात्रों का कहना है कि परीक्षा में देरी के चलते उन्हें पोस्ट ग्रेजुएशन में प्रवेश प्रक्रिया में शामिल होने के लिए अपात्र हो जाऐंगे और उन्हें 1 साल इंतजार करना पड़ेगा। दरअसल अंतिम वर्ष की परीक्षा के बाद स्टूडेंट्स 1 साल की इंटर्नशिप करते हैं। इंटर्नशिप दिसंबर महीने से ही शुरू हो जाती हैं क्योंकि आमतौर पर पीजी में प्रवेश के लिए परीक्षा जुलाई-अगस्त में होती है, जिसका परिणाम और काउंसलिंग होने तक 1 साल पूरा हो जाता है। लेकिन एमयू की लेटलतीफी के कारण अगले साल बीएएमएस अंतिम वर्ष के छात्रों का पीजी एग्जाम में बैठना मुश्किल हो जाएगा।
एमयू के कुलसचिव डॉ पुष्पराज बघेल ने बताया कि बीएएमएस के प्रथम और तृतीय वर्ष का मूल्यांकन चल रहा है। 3-4 दिन में मूल्यांकन होते ही नया टाइम-टेबल जारी कर दिया जाएगा। स्टूडेंट्स को किसी तरह की परेशानी नहीं होगी।