संजय गुप्ता, INDORE. नोटबंदी 2.0 का असर शुरू हो गया है। शनिवार (20 मई) को जैसे ही बैंक खुले, लोग दो हजार के गुलाबी नोटों को एक्सचेंज कराने के लिए पहुंचने लगे। लेकिन बैंकों ने साफ मना कर दिया क्योंकि एक्सचेंज पॉलिसी 23 मई से है। वहीं एक बैंक की शाखा में तो बिल्डरों ने फोन करने शुरू कर दिए और एक बिल्डर ने 50 लाख तो किसी ने 10-15 लाख रुपए की ही एक्सचेंज करने की बात कही। लेकिन प्रबंधन ने उन्हें भी साफ मना कर दिया कि बैंक एक्सचेंज आरबीआई की नीति के तहत ही होंगे जो 20 हजार रुपए (यानी दस नोट एक बार में) के निर्देश है। हालांकि खातों में कितनी भी राशि दो हजार के नोट में जमा करा सकते हैं। वहीं एक्सचेंज को लेकर बिल्डरों ने कहा कि आरबीआई के निर्देश तो 23 मई से है, अभी कोई नियम नहीं है तो फिर नोट बदल दो, लेकिन इस पर प्रबंधन ने साफ कर दिया कि बैंकों के पास एक्सचेंज जैसी कोई नीति नहीं होती है, केवल नोट खराब होने पर ही बदल सकते हैं और इसके लिए भी ग्राहकों की बात मानने वाला कोई बाध्यता नियम नहीं है। रही बात दो हजार नोट के तो वह आरबीआई के निर्देशों से ही बदलेंगे।
दुकानदार और लोगों ने व्यवहार करने में शुरू की आना-कानी
उधर, देखने में आया है कि इंदौर में शनिवार (20 मई) से ही नोटबंदी का असर शुरू हो गया है और लोगों ने व्यवहार में इनके लेन-देन को लेकर इंकार करना शुरू कर दिया है। खासकर जिन रियल सेक्टर के प्रोजेक्ट को लेकर ग्राहकों ने बुकिंग की है और कैश देने जा रहे हैं तो वहां बिल्डरों ने इन नोटों को लेने से मना कर दिया है। पेट्रोल पंप पर यह नोट चलाने की कोशिश लोग कर रहे हैं तो वहां भी आना-कानी का जा रही है, जबकि 30 सितंबर तक इन नोटों को लेने-देने में कोई मनाही नहीं है।
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नोट एक्सचेंज में भी देना होगा पहचान पत्र, फार्मेट जारी
उधर, आरबीआई ने नोट एक्सचेंज करने के लिए भी एक फार्मेट जारी कर दिया है। इसमें एक्सचेंज कराने वाले को अपना मूल (ओरिजिनल) पहचान पत्र बैंक काउंटर पर दिखाना होगा और इस पहचान पत्र की डिटेल भी फार्मेट में भरना होगी। साथ ही बैंकों की डिटेल भी फार्मेट में भरना होगी। पहचान पत्र में भी आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, वोटर आईडी, पासपोर्ट, नरेगा कार्ड और पापुलेशन रजिस्टर लगेगा।
बैंकों की भी एकदम से आए नए आदेश से बड़ी परेशानी
उधर, बैंक प्रबंधन भी शनिवार (20 मई) से मुश्किल में आ गए हैं। लगातार फोन आ रहे हैं और लोग भी आना शुरू हो गए हैं। वहीं शार्ट नोटिस से हुए अचानक फैसले से सभी की परेशानी बढ़ गई है। बैंकों के पास एक्सचेंज के लिए पांच सौ के नोट की मांग बढ़ेगी। अचानक किसी दिन अधिक दो हजार के नोट एक्सचेंज के लिए आने पर कैश की समस्या होगी, इसकी भी व्यवस्था करना होगी। वहीं फिर से लाइन, कतार लगने की भी आशंका है और ऐसे में पुलिस की भी व्यवस्था करना होगी और अलग से रिकार्ड रखने और अन्य बातों के लिए भी व्यवस्था करना होगी।