BHOPAL. यदि आपके स्मार्ट फोन में टेलीग्राम एप है तो सावधान। सायबर ठगों की नजर आपके फोन से जुड़े बैंक खाते पर है। आपकी जरा-सी भी लापरवाही आपकी जमा पूंजी को सायबर ठगों के हवाले कर सकती है। इसके अलावा बिजली बिल कटने के मैसेज से आपकी बिजली तो नहीं कटेगी, लेकिन बैंक से पैसे जरूर कट जाएंगे। राज्य सायबर पुलिस ने लोगों को सतर्क करने के लिए एक एडवाइजरी जारी की है। पिछले 5 सालों में लोगों के बैंक खातों से ठग 50 करोड़ से ज्यादा की रकम उड़ा चुके हैं। हैरानी की बात ये है कि सायबर ठगों का कारोबार प्रदेश में हर साल 1 तिहाई बढ़ता जा रहा है और राज्य सायबर सेल के पास साइबर एक्सपर्ट की कुर्सियां खाली पड़ी हैं।
पिछले 5 सालों में ठगी के आंकड़े
साल |
इन ऑफर्स को करें ना
1. मूवी रेटिंग
यदि आपके मोबाइल पर एक मैसेज आता है जिसमें कहा जाता है कि आप घर बैठे फिल्मों को रेटिंग देकर पैसा कमा सकते हैं। साइबर लुटेरे इस नाम पर आपको पैसे पाने के लिए लिए अलग-अलग ऑप्शन पर कई बार क्लिक करने को कहेंगे। अगर आपने ऐसा किया तो आपका बैंक खाता खाली हो सकता है।
2. क्रेडिट कार्ड रिवॉर्ड पॉइंट
यदि आपके फोन पर अनजान नंबर से कॉल आए, कोई महिला खुद को नामी बैंक का अधिकारी बताकर बात करने लगे। महिला कहती है कि आपके क्रेडिट कार्ड पर कुछ रिवॉर्ड पॉइंट हैं उन्हें तुरंत रिडीम कराना होगा, नहीं तो ये एक्सपायर हो जाएंगे। इसके बाद एक लिंक भेजा जाता है। यदि आप लिंक क्लिक करके सारी डीटेल्स भरते हैं। सबमिट करने के साथ ही आपके खाते से पैसे कट जाएंगे।
3. बिजली बिल होल्ड
यदि आपके पास मैसेज आता है कि आपने बिजली का बिल जमा नहीं किया है जिस कारण रात 9 बजे से आपकी बिजली सप्लाई काट दी जाएगी। आपने मैसेज पर दिए गए नंबर पर कॉल किया तो ठग पहले एनीडेस्क एप डाउनलोड कराएगा और इसके बाद फोन हैक कर आपके खाते से पैसे उड़ा लेगा।
4. एटीएम ब्लॉक
एटीएम के जरिए कई तरह से ठगी हो रही है। हाल ही में मध्यप्रदेश के सागर में एक शख्स एटीएम पर पैसे निकालने गया तो उसका कार्ड मशीन में फंस गया। इसके बाद उसने वहां दिए कस्टमर केयर नंबर पर कॉल किया तो उससे कहा गया कि वो कार्ड को मशीन में छोड़ दें, सुबह वो इंजीनियर से इसको निकलवा लेंगे। इसके बाद, जब वो घर लौटे तो उनके खाते से 51 हजार रुपए उड़ गए। दरअसल, यहां ठगों ने एटीएम पर बैंक के कस्टमर केयर नंबर की जगह अपना नंबर लगा रखा था। ऐसे मामलों में ये सामने आया है कि ठग बिना सुरक्षाकर्मी वाले एटीएम मशीनों के एटीएम कार्ड रीडर पर फेविक्विक की कुछ बूंदें गिरा देते हैं और फिर वहां सहायता के लिए अपना नंबर चस्पा कर जाते हैं। लोग जब पैसे निकालने आते हैं तो उनका कार्ड फंस जाता है और फिर वो दिए गए नंबर पर कॉल करते हैं। जहां ठगों के लोग बैंक अधिकारी के रूप में पहुंचते हैं और पीड़ित का पिन नंबर पूछ एटीएम बदलकर फ्रॉड करते हैं।
5. वर्क फ्रॉम होम जॉब
वर्क फ्रॉम होम के लिए भी यदि आपके पास कोई लिंक आए तो उसको क्लिक मत कीजिए, यदि आपने ऐसा किया तो ये लापरवाही आपको कंगाल बना सकती है। ये साइबर ठग पहले आपका भरोसा जीतने के लिए कुछ पैसे आपके खाते में डालते हैं और फिर आपके खाते से सारे पैसे निकाल लेते हैं।
6. पेटीएम या ऑनलाइन पेमेंट के जरिए फ्रॉड
अगर आपके पेटीएम में कभी गलती से पैसा आ जाए और उसके बाद कॉल आने लगे तो सतर्क हो जाइएगा। भोपाल के अतुल तिवारी ने अपना घर किराए से देने के लिए OLX पर विज्ञापन डाला था। इसके तुरंत बाद एक व्यक्ति का मैसेज आया कि वो घर किराए से लेना चाहता है। उस व्यक्ति ने अपने आपको सीआईएसएफ का जवान बताया और नंबर लेकर व्हाट्सएप पर फोटो भी भेजे। ठग ने ऑनलाइन पेमेंट करने को कहा। इसके टेस्ट के नाम पर अतुल के गूगल पे पर अपने खाते का नंबर डलवाया। जब अतुल ने क्लिक किया तो उनके खाते से 63 हजार रुपए निकल गए थे।
टेलीग्राम के जरिए इस तरह हो रहे फ्रॉड
- ऑनलाइन जॉब, पार्ट टाइम जॉब या किसी टास्क को पूरा करने के लिए पैसे जमा कराना।
पुलिस ने जारी की एडवाइजरी
- टेलीग्राम पर किसी भी अनजान चैनल या ग्रुप से ना जुड़ें, ना ही किसी लिंक पर क्लिक करें।
पुलिस के पास सायबर एक्सपर्ट ही नहीं
मध्यप्रदेश में सायबर ठग पिछले 5 सालों में 52 करोड़ से ज्यादा की ठगी कर चुके हैं। मध्यप्रदेश अब सायबर ठगों का सॉफ्ट टारगेट बन गया है। कोरोना काल के बाद लगातार सायबर ठगी के आंकड़े बढ़ते जा रहे हैं। हैरानी की बात है कि पुलिस के पास सायबर एक्सपर्ट ही नहीं है। इस कमी से पुलिस के हाथ साइबर ठगों तक नहीं पहुंच पा रहे। पुलिस बमुश्किल 10 फीसदी मामलों में ही सफलता हासिल कर पाती है। ये मामला विधानसभा में भी उठ चुका है। राज्य सायबर पुलिस के एडीजी योगेश देशमुख कहते हैं कि जल्द ही सायबर एक्सपर्ट की भर्ती कर ली जाएगी।