कमलेश सारडा, NEEMUCH. मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अवैध गतिविधियों के खिलाफ अंकुश अभियान चला रहे हैं, जिसके तहत कुछ माह पूर्व मल्हारगढ़ में सटोरियों के आशियानों पर प्रशासन ने बुलडोजर भी चलाया है लेकिन इस अभियान को नीमच जिले की पुलिस को खुले आम चुनौती दे रहे हैं। वहीं सिटी थाना क्षेत्र में जुआ माफिया लालू , बंटी ने निम्बाहेड़ा की तर्ज पर अवैध जुआ गोड़ीदाने का आगुल-आगुल का खेल जमाया हुआ है जहां पर रोजाना मंदसौर, प्रतापगढ़, जावरा, रतलाम, निम्बाहेडा, चित्तौड़ सहित अन्य जिलों से जुआरी महफिल सजाने पहुंचते है। प्रत्येक जुआरी से जुआ खेलने का समय पूछा जाता है। जितना समय जुआरी जुआ खेलता है उससे प्रत्येक घंटे की बैठक के हिसाब से 500 रुपये वसूले जाते है। ऐसे में यदि जुआरी के पास पैसा खत्म भी हो जाए है तो वहां पर सट्टा चलाने वाले उस जुआरी को 50,000 पर 2500 प्रतिदिन के हिसाब से ब्याज पर रुपया देने के लिए भी तैयार रहते हैं। यहां ब्याज इन के हिसाब से ही तय होता है। ऐसे में इन अवैध सट्टा चलाने वालों की टीम के जंजाल में फंसकर सैकड़ों की तादाद में प्रतिदिन जुआरी अपनी किस्मत आजमाने आते हैं। लोग जुआ में किस्मत आजमाते- आजमाते इतने हताश हो जाते है कि इन सट्टा चलाने वालों की तानाशाही के आगे अपनी जीवन लीला तक समाप्त कर लेते है। अब देखना होगा इन जुआरियों के ऊपर कब कारवाई होती है।
युवाओं पर हो रहा सट्टे,जुआ का असर
जुआ-सट्टा जैसे संगीन अपराध यहां के युवा वर्ग के लोगों पर ज्यादा असर दिखाई पड़ रहा है। युवा वर्ग के लोग सट्टा एवं जुआ जैसे संगीन अपराध में संलिप्त होते जा हैं। लेकिन इस अपराध को हर कोई रोकने में नाकाम साबित हो रहे हैं। सिटी थाना क्षेत्र में खुलेआम जुआ सट्टे का कारोबार खूब चलता दिख रहा है। जबकि हकीकत में यहां जुआरी सटोरियों के कारनामों को जानने के बाद भी पुलिस के स्थानीय और आला अधिकारी चुप्पी साधे बैठे हैं और यही वजह है कि यह कारोबार सिटी थाना क्षेत्र से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में भी काफी फल फूल रहा है। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि लोग अब खुलेआम जुआ सट्टा खेल रहे हैं और उनमें पुलिस का भी कोई डर नहीं नजर आ रहा हैं। वहीं पुलिस भी इस पूरे मामले पर अपनी आंखें मूंदे हुए हैं। हालात देखकर लगता है कि इस पूरे मामले में कहीं ना कहीं पुलिस द्वारा सटोरियों पर कोई बड़ी कार्रवाई नहीं कर रही है और लोग खुलेआम सट्टा लगा रहे हैं।
रोजाना चलता है लाखों रुपए का खेल
सूत्र बताते हैं कि सिटी थाना क्षेत्र के रावण रुंडी में धड़ल्ले से चल रहे इस कारोबार को इलाके के सफेदपोश नेताओं और थाने का खुला संरक्षण प्राप्त है। प्रति माह 12 लाख रुपय मासिक का कारोबार है। सूत्रों की मानें तो जुए के लालच में फंसकर कई लोग अपनी किस्मत आजमाते है। बाद में इसमें फंसकर अपना सब कुछ भी गवां बैठते है। इस अवैध कारोबार में लिप्त लोगों पर कोई कार्रवाई नहीं होती है। कार्रवाई न होने की वजह से ही इस गोरखधंधे पर पूरी तरह अंकुश नही लग पा रहा है और अवैध कारोबार में लिप्त गिरोह के 5 गुर्गों को 6000 रूपए प्रति दिन के हिसाब से रखा हुआ हैं। ऐसे में पुलिस कप्तान पूरे मामले को संज्ञान में लें और स्पेशल दल का गठन कर जानकारी जुटाई जाए तो बड़ी सफलता पुलिस के हाथ लग सकती है। और कई लोगों के घर बर्बाद होने से बच सकते हैं। पावन पर्व पर कलमकारों की मासिक बंदी की सूची भी सामने आई है जिसको यह सटोरिया बाजार में दिखाकर 5 हजार की मासिक बंदी देने की कह रहा है। इस सूची में पहले नंबर वाले को सभी को लिफाफे पहुंचाने का ठेका दे रखा है।
प्रेसवार्ता में उठा था मामला
जिला पुलिस कंट्रोल रूम मे प्रेसवार्ता के दौरान एएसपी सुंदर सिंह कनेश के सामने एक पत्रकार ने अवैध सट्टे के कारोबार को लेकर सवाल किया था और कहा था कि सट्टे के इस अवैध कारोबार पर पुलिस की मिलीभगत है जिसके चलते पुलिस कार्यवाही नहीं कर रही। जिस पर एएसपी सुंदर सिंह कनेश ने कार्रवाई की बात कही थी लेकिन आज तक कोई कार्रवाई देखने को नहीं मिली।