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Indore. दो आबकारी अफसरों और शहर के बड़े होटल प्रबंधन के बीच हुए विवाद का असर प्रशासनिक हलकों में दिख रहा है। होटल का विवाद तो खत्म सा हो गया लेकिन उसके बाद आबकारी अफसरों पर प्रशासन की टेड़ी नजर बरकरार है।
दरअसल तीन दिन पहले सहायक आबकारी अधिकारी धर्मेंद्र भदौरिया और संतोष कुशवाह का शहर के फाइव स्टार होटल में पार्टी करने के बाद करीब दो लाख का बिल नहीं देने और सरकारी बल का दुरुपयोग करने का मामला सामने आया था। एक अफसर के पुत्र तो होटल प्रबंधन को धमकाने पहुंच गए थे। बात कलेक्टर मनीष सिंह तक पहुंची तो उन्होंने मामले की जांच कराई। मामला सही पाए जाने पर दोनों अफसरों पर कार्रवाई करते हुए कुशवाह को तो निर्वाचन में अटैच कर विभागीय जांच और इंदौर से बाहर तबादला करने की अनुशंसा भी की थी। इसी तरह उड़नदस्ता प्रभारी धर्मेंद्र भदौरिया को फ्लाइंड स्कॉड से हटाने के निर्देश दिए थे।
भदौरिया भी निर्वाचन में अटैच
भदौरिया के लिए भोपाल से जो आदेश आया वो कलेक्टर की अनुशंसा के अनुकूल नहीं था। इसमें आबकारी आयुक्त ने भदौरिया को आबकारी दफ्तर में अटैच करने का आदेश दिया था। इस आदेश के अगले ही दिन कलेक्टर मनीष सिंह ने नया आदेश निकालते हुए भदौरिया को निर्वाचन कार्यालय में अटैच कर दिया। अब दोनों विवादास्पद अधिकारी निर्वाचन कार्यालय का काम देखेंगे।