सुशील शर्मा, BHIND. भिंड में 10 नवंबर को खाली प्लॉट में मिली 11 साल के मासूम बच्चे आर्यन की लाश की गुत्थी पुलिस ने 24 घंटे के अंदर ही सुलझा ली है। पुलिस ने आरोपियों को जेल की सलाखों के पीछे पहुंचा दिया है। इस हत्याकांड में मुख्य आरोपी का मददगार कथित पत्रकार भी पकड़ा गया। हत्याकांड में मुख्य आरोपी एक स्कूल संचालक है, जो कि कर्ज चुकाने के फेर में जुर्म कर बैठा। वो आर्यन के परिवार का काफी नजदीकी व्यक्ति था।
यह है पूरा मामला
पुलिस ने हत्याकांड को अंजाम देने वाले 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें मुख्य आरोपी एक स्कूल का संचालक है। पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए बताया है कि स्कूल संचालक ने फिरौती के इरादे से आर्यन को चॉकलेट देने का बहाना बनाकर किडनैप कर लिया था। इसी दौरान उसने बालक के साथ खेलने की बात कहते हुए उसके हाथ पैर बांधे और वीडियो बनाते हुए चिल्लाने की बात कही। जब काफी देर तक आर्यन का परिवार वालों को पता नहीं लगा। इधर पुलिस और मोहल्ले वाले सक्रिय हो गए। तभी पकड़े जाने के डर से उसने हत्या कर दी। बाकी पांच आरोपियों ने बच्चे का शव ठिकाने लगाने में आरोपी का साथ दिया था।
निर्माणाधीन मकान में बोरी में बंधा मिला शव
चंदूपुरा इलाके के एक निर्माणाधीन मकान पर काम करने कुछ मजदूर पहुंचे तो प्लॉट में एक बोरी रखी दिखाई दी। जब मजदूर उसके पास पहुंचे तो बोरी से बच्चे के हाथ बाहर निकले हुए दिखे। ये देख कर मजदूरों के हाथ-पांव फूल गए और तुरंत पुलिस को सूचित किया गया। मौके पर पहुंची पुलिस ने जब बोरी खोली तो उसमें लापता आर्यन का शव मिला। जिसके बाद घटना की जानकारी मृतक के परिवार को दी गई। शव मिलने के बाद जब पुलिस स्कूल का गेट खुलवाती है। स्कूल की छत पर पुलिस को ब्लड के कुछ दाग दिखते है। इसके बाद पुलिस स्कूल संचालक को उठा लेती है। इसके बाद पुलिस जब पूरे मामले में सख्ती से पूछताछ करती है तो आरोपी अपराध किया जाना स्वीकार कर लेता है।
मासूम के घर में पसरा मातम
बच्चे की हत्या की सूचना मिलते ही परिवार में मातम पसर गया। पिता सेना में कार्यरत हैं, जो कि छुट्टी ले कर घर आए हैं। वहीं देहात थाना पुलिस ने बच्चे का शव पोस्टमार्टम के लिए जिला चिकित्सालय में रखवाया है और मामले की जांच में जुट गई है। आरोपी के बताए जाने के बाद सहयोगी भी पुलिस दबोच लेती है।