भिंड. भिंड हत्याकांड मामले में नया खुलासा हुआ है। दो सगे भाइयों ने अपने चचेरे भाई के साथ मिलकर शार्प शूटर की मदद से 2 अक्टूबर को पिता हत्या करवाई थी। पुलिस ने दोनों सगे भाइयों को तो गिरफ्तार किया साथ ही नाबालिग चचेरा भाई भी पकड़ा लिया। पिता की हत्या करने का दोनों भाइयों को जरा भी पछतावा नहीं था। पुलिस पूछताछ में दोनों भाइयों ने अपने पिता को गलत ठहराया और कहा- साहब मरता क्या नहीं करता? उन्होंने ये भी बताया कि पिता की हत्या की पूरी साजिश सितंबर में ही कर ली गई थी। पिता मुझे जमीन नहीं दे रहे थे, हमारी हालत दिनों-दिन खराब होती जा रही थी हम भूखमरी की कगार पर खड़े थे। इसलिए हमने शार्प शूटर को मारने के लिए दो लाख रुपए और 50 हजार रुपए एडवांस दिया।
क्या है पूरा मामला
2 अक्टूबर, शनिवार को पितृ पक्ष में रमा गांव के रहने वाले अतिबल सिंह यादव (74) की शहर के गोविंद नगर में गोली मारकर हत्या कर दी गई। पत्नी ने हत्या का आरोप मृतक के बेटे धर्मवीर यादव, संजय यादव सहित परिवार के नाबालिग भाई पर लगाया था। घटना के समय चार लोग थे लेकिन चौथा व्यक्ति कौन था इस बारे में किसी को कुछ पता नहीं था। पुलिस को आरोपियों के ऊदी, इटावा में छिपे होने की खबर मिली। पुलिस ने तीनों आरोपियों को ऊदी से गिरफ्तार किया। पुलिस पूछताछ में दोनों सगे भाइयों ने बताया कि मेरा पिता गलत आदमी था। वो, हम दोनों भाइयों को पैतृक जमीन से वंचित कर संपत्ति बेवा भाभी को देना चाहता था।
दोनों भाइयों ने जुलाई में बाजरा की फसल की बुआई की थी। इस फसल को पिता ने नष्ट कर दिया था। दोनों भाई मेहनत मजदूरी करके परिवार का भरण पोषण करते थे। पिता, पूरी जमीन पर कब्जा किए हुए था। ये उन दोनों भाइयों से देखा नहीं गया। इसी बात के गम में आकर दोनों भाइयों की मुलाकात रोविन यादव से हुई। रोविन ने पिता को मारने का प्लान बनाया।
लाखों में किया पिता की मौत का सौदा
घटना वाले दिन से करीब बीस दिन पहले शूटर रोविन से पिता की हत्या का सौदा हुआ था। बेटे पिता को मारने का पूरा मन बना चुके थे। एडवांस में उन्होंने शार्प शूटर को पचास हजार रुपए नकद दिए। रोविन ने ही हथियार मुहैया करे। चचेरे भाई को बाइक चलाकर मौके से भागने में मदद की। पुलिस अभी भी शार्प शूटर को ढूंढ रही है।