देव श्रीमाली, GWALIOR. रंगपंचमी का पर्व ग्वालियर में भी आज (12 मार्च) को परंपरागत ढंग, उत्साह व उमंग के साथ मनाया जा रहा है। परंपरा के अनुसार भगवान अचलनाथ पालकी में विराजमान होकर हुरियारें के रूप में होली खेलने के लिए शहर में निकले तो वहीं शहरवासी भी चल समारोह में शिवगणों के रूप में शामिल हुए। इस दौरान पूरे रास्ते भर रंग और गुलाल की बरसात हो रही है। लोग भक्तिभाव में अचलेश्वर से चलकर आए भगवान अचलनाथ के साथ पूरी उमंग के साथ होली खेल रहे हैं।
गिर्राज जी और चक्रधर के साथ भी खेलेंगे होली
मंदिर से ढोल ताशे और भक्तों की भीड़ के साथ अचलनाथ ने अपने मंदिर से निकलकर सबसे पहले श्रीराम जी के पास पहुंचकर होली खेली। यहां रंग और गुलाल की जमकर बरसात हुई। उसके बाद अचलनाथ महाराज अपने भक्तों की टोली लेकर गिर्राज जी और सनातन धर्म मंदिर में भगवान चक्रधर से होली खेलने के लिए निकल पड़े। भगवान अचलनाथ होली खेलने के लिए दो क्विटंल फूल, पौन क्विटंल रंग गुलाल लेकर निकले है। वहीं रंगपंचमी को लेकर शहर में उत्साह का माहौल है। जगह- जगह लोग अचलनाथ के साथ होली खेलने के लिए समूह बनाकर खेल रहे है। जहां से भी उनकी यात्रा निकल रही है, लोग उनपर फूलों और गुलाल की बौछार कर रहे हैं।
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झांकियां बनी आकर्षण का केंद्र
अचलेश्वर न्यास की पुजारियों का कहना है कि यहां की प्राचीन परंपरा के तहत हर साल की तरह इस साल भी धूमधाम से अचलेश्वर महादेव मंदिर में रंग पंचमी महोत्सव मनाया जा रहा है। बाबा अचलनाथ शोभायात्रा के रूप में भक्तों के साथ होली खेलने निकले हैं। शोभा यात्रा का जगह-जगह स्वागत किया जा रहा है, तो वही शोभा यात्रा के दौरान बैंड बाजे झांकियां और रासलीला की प्रस्तुति प्रमुख आकर्षण का केंद्र बनी हुई हैं। इसके साथ ही शोभायात्रा में रंग और गुलाल उड़ा कर भक्त अपने आराध्य के साथ जमकर होली खेल रहे है।